
लोग सोना खरीदते हैं लेकिन कुछ आवश्यक बातों का ध्यान नहीं रखते हैं। कभी-कभी तो लोग धोखा भी खा जाते हैं कि असली सोना और नकली सोना के चक्कर में। लेकिन देखा जाए तो दुकानदार भी ग्राहक को बेकूफ बना दते हैं और नकली सोना उन्हें बेच देते है।
सोना खरीदते समय इन बातों का जरुर ध्यान रखे –
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सोने की शुद्धता –
वैसे तो हर दुकानदार अपने बेचे गए गहने को मार्केट में चल रहे रेट के अनुसार वापस लेने का दावा करता है लेकिन अगर आप उसके पास जाएंगे तो जरूरी नहीं कि दावे के अनुरूप ही मुनाफा मिले और सोना वाकई उतना शुद्ध हो जितना कि उसने दावा किया था। ऐसे में सोने के लिए हॉलमार्क को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शुद्धता का पैमाना माना जाता है जिसमें यह गारंटी होती है कि सोना शुद्ध है।
हॉलमार्क चार्ज –
कई बार हॉलमार्क के गहनों की कीमत भी अलग-अलग दुकानों पर अलग-अलग हो सकती है। इसलिए कई जगहों पर जानकारी लेकर उपयुक्त जगह से ही हॉलमार्क सोना खरीदें।
मेकिंग चार्ज –
मेकिंग चार्ज अलग-अलग गहनों के मुताबिक अलग-अलग होता है जिसे ज्वेलर्स सोने के गहने बनाने के मेहनताने के रूप में लेते है। ऐसे में ज्वेलरी खरीदते वक्त अलग-अलग जगहों के मेकिंग चार्ज की जानकारी जरूर ले लें, जिससे आपके गहने की कीमत में कम से कम मेकिंग चार्ज हो और सोना या मेटल अधिक हो।
दरअसल मेकिंग चार्ज की कीमत का नुकसान तो होगा ही क्योंकि बेचते वक्त तो आपको सोने की कीमत ही मिलेगी। ऐसे में कम से कम मेकिंग चार्ज वाली खरीदारी ही फायदे का सौदा है। हां, ध्यान रखें आप सोने में जितने अधिक नग और डिजाइन की मांग करेंगे, उस पर मेकिंग चार्ज उतना अधिक होगा और सोने की शुद्धता उतनी कम हो सकती है।
मेकिंग चार्ज टैग –
प्रतियोगिता के इस दौर में आजकल कई ज्वेलर्स अपने गहनों पर मेकिंग चार्ज का भी टैग लगाते हैं, जिससे आपको गहने बनवाने में आसानी हो सकती है। लेकिन इसके लिए भी आपको मार्केट का जायजा लेना ही होगा।