जानिए बंगाल में लोकसभा की वोटिंग हुई तो विधानसभा चुनाव किसके हाथ लगेगी कुर्सी…

पूर्वी भारत में बीजेपी की मेहनत ने कई लोगों की आंखें खोल दी हैं. बीजेपी का कल तक बंगाल की राजनीति में नामोनिशान नहीं था वो सिर्फ पांच साल में राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी बन गई है. चुपचाप कमल छाप का नारा देकर बीजेपी ने चुपके से ममता के किले में सेंध लगा दी है.

 

ममता

 

बता दें की पश्चिम बंगाल की 42 में से बीजेपी ने 18 लोकसभा सीटों पर कब्जा कर लिया, 2014 में उनके पास सिर्फ 2 सीटें थीं. ममता के हिस्से में 34 से घटकर अब सिर्फ 22 सीटें बचीं हैं.

 

जानिए नेहा कक्कड़ के बारे में कुछ अनसुने किस्से , आज भी बॉलीवुड में अपनी स्‍टाइल से अदाकाराओं को देती हैं टक्‍कर…

वहीं लगातार दल बदल और जबरदस्त ध्रुवीकरण के चलते ये साफ कहा जा सकता है कि 2021 में होने वाले विधानसभा चुनाव तृणमूल के लिए आसान नहीं होने जा रहे हैं.

जहां डाटा इंटेलिजेंस यूनिट (DiU) के विधानसभा वार नतीजों के विश्लेषण ने पता चलता है कि अगर लोकसभा की तरह वोट पड़े तो ममता फिर से मुख्यमंत्री तो बन जाएंगी लेकिन बीजेपी भी पीछे नहीं रहेगी.

 

दरअसल बंगाल में 42 लोकसभा सीटें हैं और सभी में 7 विधानसभा क्षेत्र, इस तरह राज्य में कुल 294 विधानसभा सीटें हैं. आंकड़े बताते हैं कि वोटिंग पैटर्न लोकसभा जैसे रहे तो तृणमूल कांग्रेस को 164 सीटें मिलेंगी. बहुमत 148 का है और ये उससे 16 सीटें ज्यादा हैं. वहीं बीजेपी को 121 सीटें मिल सकती हैं.

लेकिन कांग्रेस और लेफ्ट का बहुत बुरा हाल हैं, कांग्रेस को 9 सीटें मिल सकती हैं और लेफ्ट तो शायद इस गिनती को भी न छू पाए. आंकड़ों के मुताबिक बीजेपी राज्य के उत्तर और पश्चिम की सीटें जीत रही हैं वहीं तृणमूल दक्षिण में मजबूत दिखती है.

 

LIVE TV