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नई दिल्ली : अकसर भारतीय रेलवे की ओर से सुरक्षा के दावे किए जाते रहे हैं लेकिन ट्रेनों में चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। वहीं रेल मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक रेलवे अपने यात्रियों के सामान की सुरक्षा करने की पुख्ता व्यवस्था नहीं कर पाया है। जहां आंकड़े में बताया गया है कि पिछले एक दशक में चोरी के 1.71 लाख मामले दर्ज हुए हैं।
बता दें की सूचना के अधिकार (आरटीआई) कानून के तहत रेलवे सुरक्षा को लेकर जानकारी मांगी गई थी। लेकिन रेल मंत्रालय ने बताया, ‘‘दैनिक आधार पर औसतन 2,500 मेल, एक्सप्रेस ट्रेनों का रेलवे सुरक्षा बल, रेलवे सुरक्षा विशेष बल की सुरक्षा में परिचालन किया जाता है। जहां इसके अलावा करीब 2,200 ट्रेनों का सरकारी रेलवे पुलिस स्टाफ की सुरक्षा में परिचालन होता है।
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दरअसल रेल मंत्रालय ने बताया था कि पिछले चार साल के दौरान रेल यात्रियों से पैसे ऐंठने या छीनने के मामले में 73,837 किन्नरों को गिरफ्तार किया गया हैं। लेकिन आरटीआई के तहत पूछे गये सवाल के जवाब में, रेल मंत्रालय ने कहा कि 2015 में कुल 13,546 तो वहीं 2016 में 19,800 जबकि 2017 में 18,526 और 2018 में 20,566 ट्रांसजेंडर गिरफ्तार किए गए हैं। जहां मंत्रालय ने कहा कि इस साल जनवरी में 1,399 ट्रांसजेंडर गिरफ्तार किए गए।
लेकिन भारतीय रेल दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। वहीं रेलवे के मुताबिक प्रतिदिन 19,000 से अधिक ट्रेनों का परिचालन किया जाता है। जहां रोजाना 1.3 करोड़ लोग रेल यात्रा करते हैं।