जानिए दांतों का ड्राई सॉकेट दर्द क्या है? कैसे करें इसका इलाज 

ड्राई सॉकेट दांतों से संबंधित समस्या है। कई बार दांत निकलवाने या नया दांत लगवाने के बाद तीन-चार दिन तक दांतों में दर्द बना रहता है। ड्राई सॉकेट की वजह से सिर्फ दर्द नहीं बल्कि मुंह में बदबू की समस्या भी हो जाती है।

आपका कोई दांत निकल गया है और उसकी जगह आपने सॉकेट लगवाया है तो उसमें भी समस्‍या हो सकती है।

 

जानिए दांतों का ड्राई सॉकेट दर्द क्या है? कैसे करें इसका इलाज 

सॉकेट में समस्‍या तब होने लगती है जब सॉकेट के नीचे खून के धब्‍बे बनने लगते हैं। इसके कारण वाहिकाओं और हड्डी में भी समस्‍या होने लगती है। ड्राई सॉकेट को एल्‍वेलर ऑस्‍टीटिस नाम से भी जाना जाता है।

इसके कारण संक्रमण भी हो सकता है। इसके अलावा खाने में भी समस्‍या हो सकती है जैसे मुंह स्‍वादहीन हो जायेगा और किसी खाने में कोई स्‍वाद नहीं मिलेगा।

किनको होता है ड्राई सॉकेट का खतरा

ड्राई सॉकेट का सबसे ज्यादा खतरा उन लोगों को होता है जिन्होंने अपना दांत निकलवाया है या नया दांत लगवाया है। कई बार ज्यादा सॉफ्ट ड्रिंक्स पीने, खासकर स्ट्रॉ से पीने से भी ये समस्या हो जाती है।

ऐसे लोग जिनका मुंह बहुत सेंसिटिव है या मसूढ़े कमजोर हैं, उन्हें भी इसका खतरा होता है। इसके अलावा धूम्रपान करने से और गर्भनिरोधक दवाओं के ज्यादा इस्तेमाल से भी ये समस्या हो सकती है। इसका खतरा उन लोगों को भी ज्यादा होता है जिनको पहले कभी दांत निकलवाने के बाद ये समस्या हुई हो।

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ड्राई सॉकेट के लक्षण

आमतौर पर ड्राई सॉकेट की समस्या दांत निकलवाने के दो-चार दिन बाद पता चलती है। इसका मुख्य लक्षण मुंह में तेज दर्द है। इसके अलावा मुंह और सांसों से बदबू आना भी इस बीमारी का लक्षण है। कई बार हल्‍का बुखार, मुंह में सूजन, आदि इस समस्‍या के लक्षण हो सकते हैं। इसके अलावा गर्दन, कान, आंख में दर्द भी इसका लक्षण है। कई बार मुंह में दर्द की वजह से मुंह का स्वाद बिगड़ जाता है और खाने-पीने में चीजों का स्वाद नहीं मिल पाता है। इसका ठीक से इलाज न किया जाए तो ड्राई सॉकेट का दर्द कान और नाक को भी प्रभावित कर सकता है।

ड्राई सॉकेट के लिए कुछ घरेलू नुस्खे

लौंग का तेल

दांतों के लिए लौंग को बहुत ही प्रभावी माना जाता है। ड्राई सॉकेट की समस्‍या होने पर लौंग के तेल को लगाने से फायदा होता है। इसके आप दांतों पर सीधे कॉटन के प्रयोग से लगा सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले साफ पानी में रूई को डुबोयें फिर पानी निचोड़कर इसे लौंग के तेल में भिगोकर दांतों में लगायें। इसे आसपास वाले दांतों पर भी लगायें। इसे दिन में दो या तीन बार प्रयोग करें।

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नमक पानी

किसी भी प्रकार के दर्द या सूजन खासकर मुंह की समस्‍याओं के लिए नमक पानी को बहुत ही कारगर माना जाता है। ड्राई सॉकेट होने पर भी नमक पानी का प्रयोग करें। पानी को हल्‍का गरम करके उसमें नमक डाल लीजिए। फिर इस पानी से गरारा कीजिए, जल्‍द आराम मिलेगा।

टी बैग

टी बैग का प्रयोग केवल चाय पीने के लिए नहीं होता है, इसे सौंदर्य के साथ-साथ दांतों की समस्‍याओं को दूर करने के लिए भी कर सकते हैं। ड्राई सॉकेट की समस्‍या में ठंडे टी बैग को प्रभावित हिस्‍से पर रखें। थोड़ी देर इसे प्रभावित हिस्‍से पर रखने से दर्द दूर हो जायेगा। यह बहुत ही प्रभावी घरेलू उपचार है।

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