जानिए कौन हैं मनोज यादव और जैनेंद्र यादव जिनके ठिकानों पर हुई छापेमारी, अखिलेश बोले- अभी हैं ED और CBI का इंतजार

यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले आयकर विभाग ने उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर छापेमारी की। यह छापेमारी सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबियों के ठिकाने पर हुई। आयकर विभाग ने मनोज यादव, जैनेंद्र यादव, प्रवक्ता राजीव राय और अन्य करीबियों के घर पर छापे मारे। वहीं इस छापेमारी को अखिलेश यादव ने राजनीति से प्रेरित बताया। इसी के साथ कहा कि भाजपा को हार का डर सता रहा है। अभी तो ईडी और सीबीआई का भी इंतजार है।

गौरतलब है कि आयकर विभाग ने लखनऊ के अलावा मैनपुरी, आगरा और मऊ में भी छापेमारी की। प्राप्त जानकारी के अनुसार कई घंटों से यह कार्रवाई जारी है। लेकिन सवाल खड़ा होता है कि आखिर मनोज यादव और जैनेंद्र यादव कौन है जिनके घर पर यह छापेमारी हुई। जानकारी के अनुसार मैनपुरी के रहने वाले मनोज यादव अखिलेश यादव के काफी करीबी हैं। वह आरसीएल ग्रुप के मालिक हैं। मोहल्ला बंशीगोहारा में जब टीम छापेमारी के पहुंची तो सुरक्षाबलों ने घर को घेर लिया। किसी को भी जाने की इजाजत नहीं थी। हालांकि छापेमारी में क्या हुआ इसकी जानकारी अभी तक सार्वजनिक नहीं हुई है।

वहीं लखनऊ में अखिलेश के एक और करीबी जैनेंद्र यादव उर्फ नीटू के गोमतीनगर स्थित घर व अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी हुई। बताया जा रहा है कि यह छापेमारी टैक्स चोरी को लेकर हुई। जानकारी के अनुसार जैंनेंद्र यादव तकरीबन बीते 12 सालों से अखिलेश यादव के साथ हैं। उनके और अखिलेश के बीच पारिवारिक रिश्ते हैं। जिस दौरान अखिलेश यादव राज्य के सीएम थे तो जैनेंद्र यादव ओएसडी हुआ करते थे।

वहीं आयकर विभाग ने मऊ में सपा प्रवक्ता राजीव राय के घर पर भी छापेमारी की। राजीव राय का साफतौर पर कहना है कि उनका तो कोई आपराधिक रिकॉर्ड भी नहीं है। आयकर विभाग की छापेमारी के बाद सपा और विपक्ष के कई अन्य नेता भी केंद्र व राज्य सरकार पर हमलावर हैं।

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