जानिए इन सांसदों ने अपने मजबूत भाषणों से जीता सदन का दिल…

इस साल कई नेताओं ने अपने मजूबत भाषणों से दुनिया में तो क्या सोशल मीडिया में खूब छा गए हैं. बतादें कि लोकसभा का पहला सत्र खत्म हो चुका हैं. जहां इस बार कई अहम विधायकों को संसद में मजूरी मिल चुकी हैं. देखा जाये तो इस बार सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों ही ओर से चुने गए हैं. वहीं अब इन सांसदों के प्रदर्शन से साफ हो गया हैं कि आने वाले वक्त में संसद को कुछ और होनहार नेता मिलने वाले हैं.

 

वहीं संसद में शानदार भाषण की जो सबसे ताजा मिसाल है, वह लद्दाख से भाजपा के सांसद जामयांग शेरिंग ने पेश की. उन्होंने जम्मू कश्मीर पुनर्गठन बिल और धारा 370 को हटाने के विषय पर सदन के भीतर शानदार भाषण दिया. वह खुद लद्दाख से आते हैं. ऐसे में उन्हें वहां की स्थानीय दिक्कतों के बारे में ज्यादा पता है.

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जहां शेरिंग का भाषण इतना प्रभावी रहा कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी पार्टी के इस युवा सांसद की तारीफ की. यही नहीं, सदन में गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी समेत तमाम सांसदों ने शेरिंग का उत्साह बढ़ाया. स्पीकर ओम बिड़ला ने भी शेरिंग के भाषण को शानदार बताते हुए उनकी प्रशंसा की.

जामयांग शेरिंग ने अपने संबोधन में कहा कि आज भारत के इतिहास में वो दिन है जो गलती जवाहर लाल नेहरू ने की, उसका सुधार हो रहा है. 70 साल तक कांग्रेस-पीडीपी-नेशनल कॉन्फ्रेंस ने लद्दाख को अपनाया नहीं और आज वहां की बात कर रहे हैं. ये लोग लद्दाख को जानते तक नहीं हैं और किताबें पढ़कर बोल रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम शुरू से ही हिंदुस्तान का अटूट अंग बनना चाहते थे. हमने तब भी कहा था कि लद्दाख को कश्मीर के साथ मत रखिए. शेरिंग बोले कि धारा 370 की वजह से हमारा विकास नहीं हुआ और इसके लिए कांग्रेस पार्टी जिम्मेदार है.

दरअसल लोकसभा के पहले ही सत्र में कृष्णानगर से टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की पहचान भी एक धारदार वक्ता के रूप में बनी है. सरकार की आलोचना करते हुए उन्होंने देश में फासीवाद आने के 7 संकटों पर जोरदार भाषण दिया जो इंटरनेट पर वायरल हो गया. महुआ पहले बैंक में रह चुकी हैं. विदेश में नौकरी कर चुकी हैं. लोकसभा में अंदर वह जुझारूपन के साथ सरकार पर निशाना साधती नजर आती हैं.

जहां उन्होंने UAPA बिल पर चर्चा के दौरान सरकार पर हमला करते हुए कहा कि इनके साथ हो तो भगवान, न हो तो शैतान. उन्होंने कहा कि गृह मंत्री आज सरदार पटेल की कुर्सी पर बैठे हैं, उनकी सबसे ऊंची प्रतिमा की बात कही जाती है लेकिन हमें सरदार पटेल की बातों का भी पालन करना चाहिए.

 

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