जय श्री राम के नारोंं से भड़की ममता, सीएम योगी ने साधा निशाना

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा बार-बार ‘जय श्री राम’ का इस्तेमाल कर धर्म को राजनीति में मिला रही है। ‘जय श्री राम’ पर कार्यक्रम बीच में छोड़े जाने को लेकर उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि हमने किसी को ‘जय श्री राम’ बोलने पर मजबूर नहीं किया है। इससे पहले भी ममता के इस बरताव को लेकर कई नेताओं की टिप्पणियां सामने आ चुकी हैं।

पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ने ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए जाने के बाद नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती मनाने के लिए विक्टोरिया मेमोरियल में जारी कार्यक्रम के दौरान “विरोध में” अपना भाषण नहीं दिया। वे आयोजन को बीच में छोड़कर चली गईं थी। मुख्यमंत्री ने कहा “सरकारी कार्यक्रम में कुछ गरिमा होनी चाहिए और यह किसी ऐसे व्यक्ति का अपमान करना उचित नहीं है जिसे आपने आमंत्रित किया है।” इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी।

इसके बाद ममता बनर्जी ने अपनी संक्षिप्त टिप्पणी में कहा था कि यह एक सरकारी कार्यक्रम था न कि किसी राजनीतिक दल का। तृणमूल कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि वह कोलकाता में कार्यक्रम के आयोजन के लिए प्रधानमंत्री और सांस्कृतिक मंत्रालय की आभारी थीं।

उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, “जय सिया राम, जय रामजी की, राम नाम सत्य है आदि के धार्मिक और सामाजिक निहितार्थ हैं, लेकिन भाजपा धार्मिक नारे जय श्री राम को अपनी पार्टी के नारे के तौर पर गलत तरीके से इस्तेमाल कर धर्म को राजनीति से मिला रही है” उन्होंने कहा कि उन्हें किसी खास नारे के किसी रैली या पार्टी के कार्यक्रम में इस्तेमाल किये जाने पर कोई आपत्ति नहीं है. “हम दूसरों पर इस धार्मिक नारे के जबरन प्रवर्तन का सम्मान नहीं करते” तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि नफरत की विचारधारा के प्रचार-प्रसार का प्रयास किया जा रहा है, जिसका विरोध किया जाना चाहिए।

LIVE TV