जब सरकार ने किया अनसुना तो लोगों ने उठाया ये कदम, जानें क्या है पूरा मामला

Riport- abhishek yadav

लखनऊ-सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ का उत्तर प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का वादा सिर्फ वादा ही रह गया ढाई साल बाद भी सड़को की स्थिति में सुधार नही हुआ जब लोग गड्ढों वाली सड़कों में हिचकोले खाते हुए चलते चलते थक गए।

मुख्यमंत्री का सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का दावा जब धरातल पर नहीं उतरा तो परेशान लोगों ने खुद ही अपनी समस्या दूर करने की ठान ली और गड्ढों को मुक्त करने का रास्ता तैयार कर लिया गांव के लोगों ने रविवार की छुट्टी का सदुपयोग गांव की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने में किया लोगो ने निर्णय लिया की वह दिवाली में होने वाले घरेलू खर्च की कटौती कर उससे बचे धन से वह अपने आने जाने वाले दैनिक रास्ते के गड्ढों को मुक्त कराएंगे।

आपको बता दें राजधानी के पीजीआई स्थित कान्हा नगर कॉलोनी से बाबू खेड़ा गांव तक का रास्ता बड़े-बड़े गड्ढों में तब्दील है जिस पर आए दिन हादसे होते रहते हैं लोग गिरकर चोटिल होते रहते हैं कई बार लोगों ने गड्ढों में तब्दील सड़क को बनवाने के लिए जिम्मेदारों से गुहार लगाई।

इसके बावजूद सड़क की स्थिति में कोई सुधार नहीं किया गया जिससे परेशान होकर गांव के लोगों ने खुद सड़क में बने गड्ढों को बंद करने का निर्णय लिया और रविवार की छुट्टी का सदुपयोग गांव की टूटी हुई सड़क की मरम्मत करके किया टूटी हुई सड़कों का मरम्मती करण करा रहे लोगों से जब लाइव टुडे ने बातचीत की तो बताया कि सरकार ने जब उनकी नहीं सुनी।

राम मंदिर निर्माण के लिए कर्नाटक से सिर पर ईंट लेकर आए राम भक्त! कही ये बात

वह लगातार बड़े-बड़े गड्ढों में हिचकोले खाते हुए चलते थे आए दिन हादसे होते थे जिससे विवश होकर के आज उन्होंने पहल की है जिससे सरकार उनसे सीख ले और बची हुई सड़कों को गड्ढा मुक्त कराए जिससे आने जाने वाले लोगों को परेशानी का सबब न झेलना पड़े।

LIVE TV