जनरल बाजवा का लिटमस टेस्ट होगा पाकिस्तान में आतंकी नेटवर्क को खत्म करना

पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा भले ही भारत के साथ बातचीत का रास्ता अपना रहे हों लेकिन अपनी जमीं पर आतंकी नेटवर्क को खत्म करने के लिए उनकी गंभीरता का लिटमस टेस्ट होगा।

एनएसए(राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार) और बैक चैनल के जरिए विभिन्न स्तर पर चल रही बातचीत के बाद भारत ने एक बार फिर अपना रुख साफ कर दिया है। वहीं भारत का साफतौर पर कहना है कि हाफिज सईद और मसूद अजहर जैसे आतंकी सरगनाओं का सफाया ही तय करेगा कि बाजवा की बातचीत की पहल वास्तविकता में गंभीर कदम है या छलावा है।

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार भारत-पाकिस्तान की बातचीत का सवाल है तो जनरल बाजवा की विश्वसनीयता इमरान खान से ज्यादा मानी जा रही है। बैक चैनल से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से लिखा गया है कि यह अफसोसजनक है कि लोकतांत्रिक देश को दूसरे देश की चुनी सरकार की जगह वहां के सैन्य नेतृत्व पर भरोसा करना पड़ रहा है।

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