नोटबंदी के खिलाफ जंतर-मंतर पर ममता का धरना
नई दिल्ली। नोटबंदी के मुद्दे पर मोदी सरकार के खिलाफ हमले जारी रखते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अब बुधवार को दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरना देंगी। उन्होंने विपक्षी राजनीतिक दलों से भी नोटबंदी के खिलाफ सड़कों पर उतरने की अपील की है। ममता ने दावा किया कि नोटबंदी से पैदा होने वाली दिक्कतों के चलते अब तक 68 लोगों की मौत हो चुकी है।
ममता ने कहा कि वे बुधवार दोपहर साढ़े बारह बजे जंतर-मंतर पर धरना देंगी। उन्होंने कहा कि आम लोगों के लिए परेशानी का सबब बने नोटबंदी के खिलाफ विपक्षी राजनीतिक दलों को भी सड़क पर उतर कर विरोध जताना चाहिए। क्या दूसरे राजनीतिक दल भी धरने में शामिल होंगे? इस सवाल पर तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अगर कोई पार्टी आना चाहती है तो वे उसका स्वागत करेंगी। संसद में तो हम लोग मिल कर काम कर ही रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर विरोध जताने के लिए दूसरे दलों को भी अपनी पूरी ताकत से आगे आना चाहिए। ममता ने बीते सोमवार को कहा था कि वे 29 नवंबर को लखनऊ में एक विरोध रैली को संबोधित करेंगी और उसके बाद पंजाब और बिहार का भी दौरा करेंगी।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर नोटबंदी का विरोध करने वालों को धमकाने का भी आरोप लगाया था। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि नोटबंदी से उपजी समस्याओं की वजह से अब तक 68 लोगों की मौत हो चुकी है। अपने एक ट्वीट में ममता ने कहा कि बर्दवान जिले के कालना में शिबू नंदी नामक एक आदिवासी किसान ने आत्महत्या कर ली, क्योंकि नोटबंदी की वजह से वह मजदूरों का भुगतान नहीं कर पा रहा था।