वो लोग जो दूसरो की गुप्त खामियों को उजागर करते हुए फिरते हैं, उसी तरह नष्ट हो जाते हैं जिस तरह कोई सांप चीटियों के टीलों में जा कर मर जाता है… Kush TiwariAugust 18, 2017 - 12:04 am Less than a minute