चाचा ने भतीजे को दी सलाह, बुआ पर ज्यादा विश्वास ठीक नहीं

लखनऊ। आगामी लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों के लिए सपा और बसपा ने शनिवार को गठबंधन का औपचारिक ऐलान कर दिया है। इसके बाद यूपी के राजनीतिक हलकों में सियासी पारा चढ़ गया है। इसके बाद शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव को चेताया है।

उन्होंने कहा कि मायावती पर भरोसा करना घातक हो सकता है। शिवपाल ने कहा कि सपा के साथ गठबंधन करकने के बाद वह ओबीसी, दलितों और मुसलमानों का वोट लेंगी और चुनाव के बाद भाजपा से हाथ मिला सकती हैं। दरअसल, सपा और बसपा के बीच गठबंधन के बाद मायावती ने शिवपाल यादव पर निशाना साधा था।

मायावती ने कहा था कि सपा और बसपा के बीच गठबंधन होने के बाद भाजपा ने शिवपाल पर आर्थिक निवेश करने की योजना खत्म कर दी है। भाजपा की ओर से शिवपाल यादव पर पैसा पानी की तरह बहाया गया था, लेकिन अब यह पैसा बर्बाद जाएगा।

उन्होंने कहा कि सपा-बसपा भाजपा को यूपी में आने से रोकने में पूरी तरह से सक्षम है। मायावती ने सपा और बसपा दोनों ही पार्टी के नेताओं चौकन्ना रहने को कहा है। मायावती के इसी बयान पर पलटवार करते हुए शिवपाल ने कहा कि वह चुनाव के बाद भाजपा के साथ हाथ मिला सकते हैं।

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मायावती ने लोगों से अपील की कि वह सपा और बसपा को वोट दें क्योंकि यह गठबंधन पवित्र है और भाईचारे पर आधारित है। मायावती के बयान पर पलटवार करते हुए प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने कहा कि मायावती ओबीसी, दलित और मुसलमानों को वोट हासिल करने के बाद उन्हें छोड़ देंगी।

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