चंद्रयान 2: इसरो में निराश वैज्ञानिकों को बधाइयों का तांता, पीएम ने कहा सभी को आप पर गर्व
चंद्रयान-2 के आखिरी चरण में भारत के मून लैंडर विक्रम से उस समय संपर्क टूट गया, जब वह शनिवार तड़के चंद्रमा की सतह की ओर बढ़ रहा था. इससे 978 करोड़ रुपये की लागत वाले चंद्रयान-2 मिशन पर संस्पेंस बढ़ गया है. हालांकि इसके बावजूद भारत की इस स्पेस एजेंसी को बधाई पर बधाई मिल रहे हैं. सबने इसकी उपलब्धियों पर गर्व जताया है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को कहा कि चंद्रयान-2 मिशन को लेकर इसरो की टीम ने अनुकरणीय प्रतिबद्धता और साहस का प्रदर्शन किया. राष्ट्रपति ने ट्वीट किया, “देश को इसरो पर गर्व है. हम सभी बेहतर की उम्मीद करते हैं.” भारत के मून लैंडर विक्रम से उस समय संपर्क टूट गया, जब वह शनिवार तड़के चंद्रमा की सतह की ओर बढ़ रहा था.
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि आपने बहुत अच्छा काम किया है. उन्होंने कहा कि जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं और यह यात्रा जारी रहेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “जब मिशन बड़ा होता है तो निराशा से पार पाने का हिम्मत होना चाहिए. मेरी तरफ से आप सभी को बहुत बधाई है. आपने देश की मानव जाति की बड़ी सेवा की है.”
मिशन चंद्रयान-2: चांद की दहलीज से 2.1 किलोमीटर पहले टूटी संपर्क, आठ बजे चांद की दहलीज
चंद्रमा की सतह पर उतरते समय लैंडर विक्रम से इसरो का संपर्क टूट जाने के कुछ मिनट बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अंतरिक्ष एजेंसी को शानदार कार्य के लिए बधाई थी और कहा कि यह प्रत्येक भारतीय के लिए एक प्रेरणा है. राहुल ने ट्वीट किया, “इसरो की टीम को चंद्रयान-2 मून मिशन पर शानदार काम के लिए बधाई. आपका जुनून और समर्पण प्रत्येक भारतीय के लिए एक प्रेरणा है.” विक्रम को चंद्रमा की सतह के करीब तक पहुंचाने में इसरो की टीम के प्रयासों की सराहना करते हुए राहुल ने कहा, “आपका का काम बेकार नहीं जाएगा. इसने कई बेजोड़ और महत्वाकांक्षी भारतीय अंतरिक्ष मिशनों की बुनियाद रखी है.”
लैंडर विक्रम का इसरो से उस समय संपर्क टूट गया, जब वह चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाले स्थान से महज 2.1 किलोमीटर रह गया था.
PM Narendra Modi at ISRO: There are ups and downs in life. This is not a small achievement. The nation in proud of you. Hope for the best. I congratulate you. You all have done a big service to nation, science and mankind. I am with you all the way, move forward bravely. pic.twitter.com/h6r1kwYlsC
— ANI (@ANI) September 6, 2019
यह पूछे जाने पर कि क्या विक्रम लैंडर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है, इसके जवाब में इसरो के वैज्ञानिक देवीप्रसाद कार्णिक ने कहा कि डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है. हमारे पास अभी तक कोई परिणाम नहीं है. इसमें समय लगता है. हमें यकीन नहीं है कि ऐसा कुछ हुआ होगा.
इसरो को बधाई देते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, हमारे वैज्ञानिकों को हार्दिक बधाई. आपके कार्य और विशाल प्रयास हमें गौरवान्वित करते हैं. भारत आपको सलाम करता है. कुछ ऐसी ही बात केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कही. उन्होंने ट्वीट में लिखा, हम आपके साथ हैं इसरो. आपने अंतरिक्ष में अपनी उपलब्धियों को महसूस कराने के लिए राष्ट्र, इसके युवा दिमाग और सभी को एक साथ लाया है. आपको सफलता मिलेगी.