होली के दिन मनाना चाहते थे दिवाली, धमाके की एक गूंज ने उजाड़ दिया खुद का घर
चंदौली। नक्सल प्रभावित क्षेत्र चकिया में हुए विस्फोट से हड़कंप मच गया। चंदौली में विस्फोट की यह घटना इतनी भयानक थी कि इसकी आवाज दूर तक लोगों को सुनाई दी। यह घटना एक मकान में रखे हुए पटाखों की वजह से हुई। दो लोग इस हादसे की चपेट में आए। एक की मौके पर मौत हो गई जबकि एक गंभीर रूप से घायल है। बता दें यहां काफी दिनों से आतिशबाजी बनाने का काम चल रहा था। होली से पहले हर साल यहां पटाखे तैयार किए जाते हैं।
चंदौली में विस्फोट
ख़बरों के मुताबिक़ चकिया के विभिन्न वार्डों में होली पर पटाखे बनते हैं। इबरार उर्फ शेरू के मकान में भी अवैध रूप से पटाखे बनते थे।
मंगलवार को शेरू बिहार के चैनपुर रिश्तेदारी गया था। घर में उसकी बहन नरगिस, बेटी खुशी के साथ पटाखे सुखाने के लिए छत पर धूप में रख रही थी।
इसी दौरान विस्फोटक पदार्थों में विस्फोट हो गया। इसकी आवाज दूर तक सुनाई दी। विस्फोट के चलते नरगिस (35) की मौत हो गई और उसका शव क्षतविक्षत हो गया, जबकि उसकी बेटी खुशी गंभीर रूप से घायल हो गई।
विस्फोट के चलते रसोई घर के ऊपर कंक्रीट की छत में बड़ा छेद हो गया तथा छत की बाउंड्रीवाल टूट कर गिर गई। संयोग था कि इस दौरान बालकनी में खड़ी इबरार की पत्नी वाजिदा एवं उसका बच्चा इरसान बाल-बाल बच गए।
सूचना पर एसडीएम, सीओ चकिया और शहाबगंज थाने की पुलिस पहुंच गई। एडिशनल एसपी आपरेशन विनोद कुमार पांडेय और एसडीएम जवाहर लाल श्रीवास्तव ने मौका मुआयना कर घटना की जांच के आदेश दिए।
घायल को संयुक्त चिकित्सालय से बीएचयू ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। पुलिस ने घर के मालिक को गिरफ्तार कर लिया।