घोड़ी चढ़ शादी के सपनों में खोया था दूल्हा, लेकिन जब पता चली दूल्हन की यह बात तो रह गया दंग

महोबकंठ थानाक्षेत्र के माधवगंज निवासी अलखराम की शादी थाना क्षेत्र के ही बीहट गांव की एक लड़की से तय हुई है। शादी 18 जून को होनी है। अब वह दिन-रात घोड़ी चढ़ने के सपनों में डूबा रहने लगा। लेकिन फिर ऐसा क्या हुआ कि उसकी शादी नहीं हुई।

दरअसल, शादी से पहले अलखराम के पिता गयादीन ने महोबकंठ थाने में तहरीर देकर ग्रामीणों पर आरोप लगाया कि देश जब से आजाद हुआ है तब से आज तक माधवगंज में अनुसूचित जाति के लोगों को यहां घोड़ी नहीं चढ़ने दिया जाता। इसे लेकर अलखराम ते पिता ने थाने में तहरीर भी दी। लेकिन अलखराम के चाचा हरीदास का जब बयान सामने आया तब जाकर मामले ने करवट ली।

अलखराम के चाचा ने कहा कि ना तो उसे घोड़ी पर चढ़ने से रोका गया है और ना इससे पहले किसी और को। उन्होंने यह भी कहा कि अलखराम और उसके पिता बिन मतलब के बवाल मचा रहे हैं। दरअसल, असली मामला वधु की उम्र जानकर शुरु हुआ। जब अलखराम को पता चला की वह सिर्फ महज 17 साल की है। हालांकि उसने शादी करने से मना नहीं किया। अलखराम ने उसने बालिग होने तक इंतजार करने का वादा किया।

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