ग्रामीणों ने अधिवक्ता के साथ माण्डल थाने में अजमेर रेंज डीआरएम के खिलाफ दर्ज करवाया मामला
रिपोर्ट – सुरेंद्र सागर
भीलवाड़ा/माण्डल उपखण्ड में नीम का खेड़ा स्थित बन्द रेलवे फाटक को 7 दिवस के भीतर खोलने के लिए लोक अदालत के आदेशों की अवहेलना के मामले में आज ग्रामीणों ने अधिवक्ता के साथ माण्डल थाने में अजमेर रेंज डीआरएम के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। वहीं ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि 4 दिवस के भीतर फाटक को नहीं खोला जाता है तो ग्रामीण रेलवे ट्रैक पर जमा होकर रेल रोकेगें।
स्थायी लोक अदालत में परिवाद अधिवक्ता मुकेश सुवालका ने कहा नीम का खेड़ा ग्राम सहित कई गांवों से बाहर आने का रास्ता फाटक से होकर गुजरता है मगर रेलवे प्रशासन ने उसे बन्द कर रखा है।
इसी मामले में स्थाई लोक अदालत ने 14 अगस्त को 7 दिवस के भीतर फाटक खोलने के आदेश दिये थे लेकिन आज तक फाटक को खोलने के लिए विभाग ने कोई कार्यवाही नहीं की। इसके कारण आज हमने अजमेर विभाग डीआरएम के खिलाफ माण्डल थाने में एक रिपोर्ट दर्ज करवायी है।
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आज अगर रेल्वे लाईन क्रॉस करते समय कोई हादसा हो जाता है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा। वहीं ग्रामीण छोटू सिंह ने कहा कि हम काफी महिनों से संघर्षरत है लेकिन अब हमारा भी सब्र जवाब देने लगा है। इसके कारण यदि 4 दिन में फाटक नहीं खोली जाती है तो हम सभी रेलवे ट्रैक पर जमा होकर रेल रोकेगें।