‘गूगल ने लैंगिंक भेदभाव के मामले की रिपोर्टिग रोकने का किया प्रयास’

गूगल नेलंदन| गूगल ने कंपनी के लैंगिंक भेदभाव के मामले की मीडिया कवरेज को रोकने की कोशिश की, जिसमें अमेरिकी सरकार ने गूगल पर आरोप लगाया था कि उसने संघीय कानूनों का उल्लंघन करते हुए ऑडिट के दौरान अपने कर्मियों की वेतन संबंधी पिछली जानकारी और संपर्क जानकारी मुहैया नहीं करवाई। कंपनी ने अमेरिकी श्रम विभाग द्वारा दायर एक मुकदमे को खारिज करने का प्रयास किया, जिसमें दावा किया गया कि सरकारी वकील ने ‘द गार्जियन’ को इस संबंध में साक्षात्कार देकर नैतिकता के नियमों का उल्लंघन किया है।

अदालती दस्तावेजों का हवाला देते हुए, अखबार ने सोमवार को कहा कि गूगल ने असफल तरीके से तर्क दिया कि अदालत को अमेरिकी श्रम विभाग (डीओएल) द्वारा दायर मुकदमे को खारिज कर देना चाहिए।

डीओएल ने गूगल पर महिलाओं को व्यवस्थित रूप से कम वेतन देने का आरोप लगाया है। साथ ही अदालत को बताया कि वेतन के आंकड़ों को सौंपने से इनकार करते हुए गूगल ने कहा था कि डेटा अनुरोध अत्यधिक विस्तृत है और कर्मचारियों की गोपनीयता का उल्लंघन करता है।

रिपोर्ट में पाया गया कि मामले की बर्खास्तगी के लिए गूगल ने आक्रामक प्रयास किया।

आलोचकों ने कहा कि यह साफ दिख रहा है कि गूगल मीडिया रिपोर्टिग और मीडिया द्वारा की जा रही छानबीन को असामान्य चालबाजियों द्वारा सीमित करने की कोशिश कर रहा है, जो मुक्त प्रेस को लेकर चिंताओं में बढ़ोतरी करता है तथा एक कॉरपोरेशन के रूप में किए गए सार्वजनिक दावे कि वह समान वेतन को बढ़ावा देने के लिए पारदर्शिता तथा जबावदेही के साथ काम करता है, के खिलाफ है।

यह भी जानकारी दी गई है कि गूगल ने पिछले महीने सुनवाई के दौरान प्रेस को रोकने की कोशिश की थी।

रिपोर्ट में कहा गया, “गार्डियन में प्रकाशित खबर को लेकर न्यायाधीश के साथ निजी मुलाकात में चर्चा करने के बाद गूगल के वकील ने अनुरोध किया कि अदालती कार्रवाई के दौरान मीडिया को बाहर निकाल दिया जाए, जिसका डीओएल के वकील ने विरोध किया और न्यायाधीश ने गूगल की दलील नहीं मानी।”

गूगल बार-बार यह दावा करता है कि उसने वैश्विक स्तर पर वेतन देने में अभिनय क्षतिपूर्ति मॉडल के जरिए लैंगिक भेदभाव को खत्म कर दिया है।

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