बीते साल आज के ही दिन यानी 15 जून को गल्वान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों के बीच खूनी झड़प हुई थी। आज के ही दिन चीनी जवानों ने समझौते के इतर भारतीय जवानों पर अचानक हमला बोला था। जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाम बढ़ गया था। इस खूनी झड़प में भारत ने 20 जवान खोए थे वहीं चीन के मुताबिक उसके सिर्फ 4 जवान ही मारे गए थे।

फिलहाल गलवान घाटी में हुई झड़प को एक साल पूरा हो चुका है जिसके बाद यहां शांति बनी हुई है। दोनों देश अपनी-अपनी सेनाओं को पीछे हटने के निर्देश दे रहे हैं। लेकिन चीन पर भारत को अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है क्योंकि चीन जितनी बार वादा कर चुका है उतनी ही बार भारत के साथ उसने धोखे का खेल खेला है। इसलिए उसकी ओर से अभी कुछ कहा नहीं जा सकता।

कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार भारतीय सेना पीछली बार से ज्यादा मजबूत हो चुकी है। इस बार अगर कोई उसे छेड़ेगा तो सेना के जवान उसे कताई नहीं छोड़ेंगे। इस बीच एक सैन्य अधिकारी ने अपने एक बयान में कहा कि, “सैन्य रूप से हम इस बार बेहतर तरीके से तैयार हैं। गल्वन घाटी की झड़प के बाद हमें उत्तरी सीमा पर राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर अपने दृष्टिकोण को प्राथमिकता में रखने का मौका मिला।”
