राजधानी से बाहर पहली कैबिनेट बैठक में दूसरा गंगा एक्सप्रेसवे का एलान? जानें कितनी है इसकी लंबाई…

मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में ‘दुनिया के सबसे लंबे एक्सप्रेसवे’ बनाने का ऐलान किया. सीएम ने कहा कि इस एक्सप्रेसवे का नाम गंगा एक्सप्रेसवे होगा. यह मेरठ और प्रयागराज को जोड़ेगा. इसकी लंबाई करीब 600 किमी होगी. लेकिन क्या यह वाकई दुनिया का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा?

गंगा एक्सप्रेसवे
आपको बता दें कि पहली बार योगी सरकार ने लखनऊ शहर से बाहर प्रयागराज में कैबिनेट मीटिंग आयोजित की थी. उन्होंने मीटिंग के बाद ऐलान किया कि 600 किमी लंबे एक्सप्रेसवे को बनाने में 36 हजार करोड़ रुपये खर्च आएंगे. 6556 हेक्टेयर जमीन इस्तेमाल किया होगा।
सरकार के मुताबिक, गंगा एक्सप्रेसवे से पश्चिमी यूपी का प्रयागराज से बेहतर संपर्क स्थापित होगा. मेरठ-प्रयागराज एक्सप्रेसवे तैयार हो जाने पर दिल्ली से सीधे प्रयागराज जाना भी आसान हो जाएगा. ट्रैवल टाइम कई घंटे घट जाएगा. क्योंकि दिल्ली से मेरठ के बीच भी एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है।

NSC को बड़ा झटका, दो सदस्यों ने दिया इस्तीफा, इस तरह दी चिदंबरम ने आयोग को श्रद्धांजलि
लेकिन भारत में इससे भी लंबे एक्सप्रेसवे बनाने पर अलग काम चल रहा है. वह है नेशनल हाईवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया द्वारा बनाया जाने वाला दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे. इसी साल दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे निर्माण के लिए काम भी शुरू किए जाने की योजना है।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे सिग्नल फ्री एक्सेस कंट्रोल्ड होगा. इस एक्सप्रेसवे के तैयार हो जाने पर दिल्ली मुंबई के बीच सफर का समय 25 घंटे से घटकर साढ़े 12 घंटे रह जाएगा।

खेसारी लाल यादव और सपना चौधरी ने जमकर लगाए ठुमके,तो ऐसा हुआ फैन्स का हाल, देखें वीडियो
इसके लिए नेशनल हाईवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया 12 हजार हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण करेगी. एक्सप्रेसवे का निर्माण अलग-अलग स्ट्रेच में किया जाएगा।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की लंबाई 1250 किमी होगी. फिलहाल दोनों शहरों के बीच सड़क की दूरी 1450 किमी है. इसका निमार्ण टार्गेट मार्च 2022 रखा गया है. यह एक्सप्रेसवे 8 लेन का होगा. इसे बनाने में संभवत: 60 हजार करोड़ रुपये खर्च आएंगे।

 

LIVE TV