ये हैं दुनिया के सबसे खतरनाक बॉर्डर जहाँ जाना है मौत को दावत देना

दुनिया में कई देशों के बॉर्डर ऐसे हैं जिन्हें पार कर पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। कई देशों के बॉर्डर तो ऐसे हैं कि आप बिना पासपोर्ट के भी जा सकते हैं जैसे भारत के लोग नेपाल बिना पासपोर्ट के भी जा सकते हैं।
पाकिस्तान के लोग पहले बिना पासपोर्ट के अफगानिस्तान जा सकते थे लेकिन अब अफगानिस्तान की सरकार ने इस पर रोक लगा दी है, यह नियम 1 जनवरी से लागू हो गया है। यह कदम आतंकी गतिविधियों को रोकने के उद्देश्य से उठाया गया है। दुनिया में कई ऐसे खतरनाक बॉर्डर हैं जिन्हें पार करना मतलब अपनी मौत को दावत देना है।
ये हैं दुनिया के सबसे खतरनाक बॉर्डर-
1. चाड – सूडान बॉर्डर
सैकड़ों घुसपैठियों को बॉर्डर पर ही ढेर कर दिया है
चाड और सूडान बॉर्डर के बीच लड़ाई काफी समय से चल रही थी और दोनों देशों ने घुसपैठ रोकने के लिए अपनी-अपनी सीमाऐं 2003 से बंद कर रखी हैं। इसके बावजूद भी चोरी-छिपे घुसपैठ जारी है।
इतना होते हुए भी सूडान के करीब 262,000 रेफ्यूजी चाड में घुस चुके हैं और बॉर्डर के आसपास कैंप बनाकर रह रहे हैं। चाड रेफ्यूजी को अपने देश के लिए खतरनाक मानता है। इसके चलते अब आर्मी बॉर्डर पर घुसपैठियों से सख्ती से पेश आ रही है। सूडानी मीडिया के अनुसार चाड की आर्मी अब तक सैकड़ों घुसपैठियों को बॉर्डर पर मार चुकी है। लेकिन अब दोनों देश शांति बनाये रखने के लिए मसला सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं।
खतरनाक बॉर्डर
2. सऊदी अरब – यमन बॉर्डर
सऊदी अरब के लिए खतरा बना है हाउती विद्रोही
सऊदी अरब और यमन के रिश्ते हमेशा से ही ख़राब रहे हैं। यमन के विद्रोही सऊदी अरब में घुसपैठ की फिराक में रहते हैं। इसी के चलते सऊदी अरब ने अपनी बॉर्डर सील कर रखी है, क्योंकि बॉर्डर पर जबर्दस्त रूप से खतरा मंडरा रहा है। 
दरअसल, यमन में शिया-सुन्नी मुस्लिमों के बीच जंग छिड़ी हुई है। यमन के शिया विद्रोही कमांडर मोहम्मद अली हाउती ने इसी साल फरवरी में अब्द रब्बाह मंसूर हादी का तख्ता पलट कर खुद को राष्ट्रपति घोषित किया था। इसी वजह से सऊदी अबर हाउती के खिलाफ है और हाउती समर्थकों पर जमकर बमबारी कर रहा है। हाल ही में इसके जवाब में हाउती विद्रोहियों ने सऊदी अरब की बॉर्डर पर एक रॉकेट भी दागा था, जिसे सऊदी अरब की सेना ने बीच में ही गिरा दिया था।
3. नार्थ कोरिया – साउथ कोरिया बॉर्डर
आर्मी में ऐसा घमासान कि कभी भी युद्ध छिड सकता है
1948 में विभाजन के बाद नार्थ कोरिया और साउथ कोरिया की दुश्मनी किसी से भी छुपी नहीं है। नॉर्थ कोरिया की सत्ता पर तानाशाह किम जोंग-उन का शासन है।उत्तर कोरिया अंतरराष्ट्रीय विरोध के बावजूद कई बार परमाणु परीक्षण कर चुका है, जिससे दोनों देशों के बीच जंग का खतरा मंडरा रहा है। इनके बीच कई बार युद्ध के हालात बन चुके हैं। इसके चलते दोनों देशों की सीमाओं पर आर्मी का ऐसा जमावड़ा है कि कभी भी युद्ध छिड़ जाए। दोनों देशों की बॉर्डर पूरी तरह सील है और दोनों की ही तरफ से आर्मी को ऑर्डर है कि घुसपैठियों को देखते ही गोली मार दी जाए।
4. इजराइल – सीरिया बॉर्डर
बॉर्डर तक पहुँचने की बस एक ही है सजा है मौत
जब भी इजराइल की बात करते हैं तो सबसे पहले उसका दुश्मन देश फिलिस्तीन का नाम ही सामने आता है, लेकिन अब इजरायल के लिए सीरियन बॉर्डर भी खतरनाक हो चुकी है। इसका कारण है सीरिया में चल रहे भीषण गृहयुद्ध से उपजे हालात।सीरिया से लाखों की संख्या में रेफ्यूजी दूसरे देशों में घुसपैठ कर रहे हैं। कुछ देशों ने सीरियन रेफ्यूजी को अपने देश की सरहदों पर कैंप लगाने की जगह दी है, लेकिन इजरायल इसके सख्त खिलाफ है। इजरायल का मानना है कि रेफ्यूजी के भेष में आतंकी भी दूसरे देशों में आसानी से घुसपैठ कर रहे हैं। इसके चलते इजराइल ने अपनी सीमा को पूरी तरह से सील कर रखा है। बॉर्डर पर इंसान की बात तो दूर, परिंदा भी पर नहीं मार सकता।
5. चीन – नॉर्थ कोरिया बॉर्डर
सैकड़ों घुसपैठियों को मार चुकी है अब तक चीन की सेना
चीन की तरफ से नॉर्थ कोरिया को सपोर्ट मिलता रहता है लेकिन फिर भी चीन ने अपने बॉर्डर पर अच्छी खासी फाॅर्स लगा राखी है। दरअसल, इसके पीछे का कारण है नॉर्थ कोरियाई रेफ्यूजी का चीन में घुसना। 
नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन की वजह से देश के आर्थिक हालात बहुत खराब हैं। इसके चलते कोरियाई लोग अक्सर चीन की सीमा में घुसपैठ करते रहते हैं। आंकड़ों के अनुसार नॉर्थ कोरिया से अब तक करीब 3 लाख लोग चीन में घुसपैठ कर चुके हैं। इसी के चलते चीन ने नॉर्थ कोरिया से लगी अपनी सीमा को सील कर दिया है और आर्मी को घुसपैठियों से सख्ती से पेश आने का ऑर्डर दिया है।
6. वेनेजुएला – कोलंबिया बॉर्डर
करीब ढाई हजार घुसपैठियों को आर्मी कर चुकी है ढेर
1275 KM की लंबी बॉर्डर दुनिया की सबसे खतरनाक बॉर्डर में से एक है। इसकी मुख्य वजह है वेनेजुएला के लेफ्टिस्ट विद्रोहियों का कोलंबिया में घुसपैठ करना।कोलंबिया का आरोप है कि वेनेजुएला की सरकार कोलंबिया के विद्रोहियों का सपोर्ट करती है।
 अपने देश से हथियारों समेत विद्रोही समर्थकों को भी भेजती रहती है। इसी के चलते कोलंबिया ने आर्मी को ऑर्डर दिया है कि घुसपैठियों को देखते ही गोली मार दे, फिर चाहे वह कोई भी हो।
7. अमेरिका – मेक्सिको बॉर्डर
बॉर्डर पर अब तक करीब 40 हजार लोगों की जानें जा चुकी हैं
दुनिया का सबसे ताकतवर देश अमेरिका के लिए सबसे बड़ा खतरा मेक्सिको से है, जो घुसपैठियों के लिए स्वर्ग है। वहीं, मेक्सिको ड्रग्स, स्मगलिंग के लिए कुख्यात है। मेक्सिको की बॉर्डर से हर साल हजारों की संख्या में लोग अमेरिका में घुसपैठ करते हैं।
अमेरिका ने मेक्सिको से लगी सीमा सील कर रखी है, लेकिन घुसपैठिए कोई न कोई रास्ता निकाल लेते हैं। इसके लिए अक्सर इस बॉर्डर पर दोनों तरफ से हिंसा होती रहती है। इसके अलावा अब तक हजारों लोग मेक्सिको की दीवार फांदने के चक्कर में अपनी जांन गंवा चुके हैं तो कई अमेरिकन आर्मी की गोली का शिकार हो चुके हैं।
8. कंबोडिया – थाईलैंड बॉर्डर
मंदिर के विवाद के चलते अब तक सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है
पिछले कई सालों से दोनों देश बॉर्डर कंट्रोवर्सी के चलते आमने-सामने हैं। दोनों देशों की आर्मी के बीच गोलीबारी होती रहती है। दरअसल, विवाद की मुख्य वजह थाईलैंड का प्राचीन प्रियाह टेंपल है, जो बॉर्डर पर है।
 दोनों ही देश इस पर अपना अधिकार जताते हैं। हालांकि इंटरनेशनल कोर्ट ने 1962 में इस मंदिर पर कंबोडिया का अधिकार बताया था। लेकिन अब विवाद मंदिर के आसपास की जगह को लेकर है। कंबोडिया पूरी जगह पर अपना अधिकार जताता है, जिसके कुछ हिस्से पर थाईलैंड का कब्जा है।
9. भारत – पाकिस्तान बॉर्डर
तीन बार युद्ध हो चुका है और लाखों की जान भी जा चुकी है
1947 में विभाजन के बाद इन दोनों देशों के बीच दुश्मनी है। कश्मीर की वजह से अब तक दोनों देश तीन बार जंग लड़ चुके हैं, जिसमें लाखों लोगों की जानें जा चुकी हैं। वहीं, पाकिस्तान की ओर से लगातार आतंकियों की भारत में घुसपैठ होती रहती है। इसलिए बॉर्डर पर सैकड़ों आतंकियों को मारा जा चुका है। इस वजह से 2897 किमी की इस सरहद को दुनिया की सबसे खतरनाक बॉर्डर में से एक माना जाता है।
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