कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच रविवार को डिस्चार्ज मरीजों ने बनाया ये नया रिकॉर्ड
कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच रविवार को डिस्चार्ज मरीजों ने नया रिकॉर्ड बनाया। 24 घंटे में 147 मरीजों को स्वस्थ होने पर अस्पतालों व होम आइसोलेशन से डिस्चार्ज किया गया। 121 नए संक्रमित मरीज भी सामने आए। इनमें पुलिस कर्मी, स्वास्थ्यकर्मी भी शामिल हैैं। सासनी गेट के सराय गढ़ी निवासी 62 वर्षीय बुजुर्ग की मृत्यु हो गई। अब सक्रिय मरीजों की संख्या 1381 हो गई है। 2922 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। आंकड़ों में 30 मरीजों की मृत्यु दर्ज है। अब तक 4306 मरीज संक्रमित हैं।

ये मिले संक्रमित
गायत्री नगर खैर बाइपास में तीन, रामबाग कॉलोनी में दो, बैंक कॉलोनी प्रीमियर नगर में दो, खैर बाइपास स्थित बुद्ध विहार में दो, महावीर नगर में दो, जट्टारी में 11, सुहावली में दो, न्यू बिजौली में तीन, खेड़ा नरायण ङ्क्षसह में चार, नगला मानङ्क्षसह में 11, आरके पुरम आगरा रोड में दो, रफातगंज में दो, सुरेंद्र नगर में चार, महेंद्र नगर में पांच, नगला भमोला में 10, सफेदपुरी में तीन, विनय नगर में दो, भूतपुरा में तीन संक्रमित पाए गए। गूलर रोड गली नंबर-1, फायर ब्रिगेड, शाहजमाल, लेखराज नगर, नगरा भांदी, सराय काजी, ओगर, जिकरपुर, बेसवां, मैराज लॉज जमालपुर, छर्रा, राजनगर आइटीआइ रोड, जवाहर नगर, होली चौक क्वार्सी, सुदामापुरी, शांति सरोवर, गोपालपुरी, पुलिस लाइन, सराय हकीम समेत कई इलाकों में भी पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं।
स्वास्थ्य कर्मचारियों की लापरवाही से गई जान
कोरोना संक्रमण को रोकना सरकार के लिए चुनौती है, वहीं स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी इसे लेकर लापरवाही बरत रहे हैं। इसी लापरवाही के चलते सराय गढ़ी सासनीगेट निवासी कोरोना संक्रमित मरीज को इलाज नहीं मिल पाया और रविवार को मृत्यु हो गई। सीएमओ ने इस मामले में जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है। सराय गढ़ी निवासी 62 वर्षीय बुजुर्ग की तीन दिन पहले दीनदयाल अस्पताल में एंटीजन किट से जांच हुई, जो पॉजिटिव आई। पता चला है कि कर्मचारियों ने बुजुर्ग को यह कहते हुए घर भेज दिया कि अभी रिपोर्ट कन्फर्म नहीं है, रविवार तक आ पाएगी। घर पहुंचने के बाद बुजुर्ग की तबीयत बिगड़ गई। शनिवार को बुजुर्ग का नाम संक्रमित मरीजों की सूची में आया। रविवार सुबह कंट्रोल रूम से बुजुर्ग को इलाज के लिए कॉल की गई तो उनके निधन की सूचना मिली। बुजुर्ग के बेटे ने सीएमओ से भी बात की और इस लापरवाही के लिए दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। सीएमओ ने बुजुर्ग की मृत्यु होने की पुष्टि करते हुए बताया कि प्रथमदृष्टया पूछताछ में कर्मियों का कहना है कि बुजुर्ग के परिवार वाले उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराने की बात करते हुए दीनदयाल अस्पताल से ले गए। फिर भी जांच कराई जा रही है।