कोरोना संकट के चलते Uber ने दिया कर्मचारियों को झटका, सिर्फ तीन मिनट में लिया ये बड़ा फैसला…

कोरोना वायरस  का संकट अब और बड़ा होता जा रहा है. दुनियाभर में लॉकडाउन की वजह से बंद आर्थिक गतिविधियों के चलते कंपनियों ने अब खर्चों में कटौती का ऐलान किया है. इसी वजह से कंपनियां लगातार छंटनी कर रही है. ऑनलाइन कैब सर्विस देने वाली UBER ने अपने 14 फीसदी यानी 3700 कर्मचारियों को निकाल दिया है.

सिर्फ 3 मिनट की वीडियो कॉल में गई 3700 लोगों की नौकरी- उबर ने इन कर्मचारियों को जूम के जरिए वीडियो कॉल कर कहा कि कोविड-19 महामारी एक बहुत बड़ी चुनौती बन गया है. इससे बचने के लिए उबर ने कर्मचारियों से कहा कि वह अब उनकी जरूरत नहीं है.

आज आपका आखिरी दिन… उबर ने कहा कि हम 3500 फ्रंटलाइन कर्मचारियों को निकाल रहे हैं. आपका काम प्रभावित हुआ है और आज आपका उबर के साथ काम करने का अंतिम दिन है. कई कर्मचारियों ने उबर के व्यवहार की निंदा की और कहा कि कंपनी को पहले नोटिस देना चाहिए था. अचानक कॉल करके 3700 कर्मचारियों को नौकरी से निकलना उचित नहीं है.

निकाले गए कई कर्मचारियों को कुछ पैसे भी मिले हैं. प्राप्त जानकारी के मुताबिक. उबर को चालू वित्त वर्ष में पहली तिमाही में 2.9 अरब डॉलर का घाटा हुआ है. कंपनी ने अपनी बाइक और स्कूटर का कारोबार भी बंद कर दिया है.

बाइक और स्कूटर कारोबार ‘जंप’ को बेच रही कंपनी- कंपनी ने कहा कि वह अपने बाइक और स्कूटर कारोबार ‘जंप’ को बेच रही है. जंप की बिक्री लाइम को की जाएगी, जो उबर में 8.5 करोड़ डॉलर का निवेश कर रही है. कंपनी ने यह फैसला इसलिए लिया क्योंकि जंप को एक तिमाही में करीब 6 करोड़ डॉलर का घाटा हो रहा था.

बुरी तरह से प्रभावित हुआ परिवहन कारोबार-उबर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) दारा खोसरोशाही ने कहा कि दुनिया में फैले कोरोना वायरस महामारी की वजह से परिवहन कारोबार बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. इसलिए कंपनी ने बैलेंस शीट को ठीक रखने के लिए कदम उठाए हैं और उबर ईट्स में अधिक संसाधन लगाया है. उन्होंने कहा कि फूड डिलीवरी कारोबार में तेजी दिख रही है. धीरे-धीरे लॉकडाउन खुलने से हम उत्साहित हैं.

LIVE TV