कार का शीशा बंद करना हो सकता है जानलेवा, जानिए क्यों
न्यूयार्क। अगर आप यह सोचते हैं कि किसी भारी प्रदूषित सड़क पर अगर आप अपनी कार के अंदर हैं तो सुरक्षित हैं तो यह आपकी भूल है। एक नए अध्ययन के मुताबिक कार के केबिन में कुछ हानिकारक कणों की मात्रा अत्यधिक उच्च स्तर की होती है, जितना पहले अनुमान लगाया गया था, तकरीबन उसकी दोगुनी तक ज्यादा होती है।
कारों के अंदर प्रदूषण
पागल ही नहीं दिमाग को खोखला भी कर देता है डिप्रेशन
इस अध्ययन के निष्कर्ष में कारों के अंदर प्रदूषण का पता चला है, जिसमें उन रसायनों की मात्रा दो गुनी पाई गई जो ऑक्सीडेटिव तनाव पैदा करते हैं, जिससे श्वसन और हृदय रोग, कैंसर और कुछ प्रकार की न्यूरो-डीजेनेरेटिव बीमारियों सहित कई रोग पैदा होते हैं।
नॉर्थ कैरोलिना के ड्यूक यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर माइकल बर्गिन ने कहा, “हमने पाया है कि भीड़भाड़ के दौरान सफर करने से स्वास्थ्य का जोखिम बढ़ जाता है।”
एटमोसफेरिक इनवायरमेंट (वायुमंडलीय पर्यावरण) पत्रिका में प्रकाशित इस अध्ययन में बताया गया कि प्रदूषण के कारण हमारे शरीर की स्वस्थ कोशिकाओं और डीनए पर विध्वंषक असर होता है।
बर्गिन ने कहा, “यात्रियों को अपनी ड्राइविंग की आदतों पर गंभीरता से पुनर्विचार करना चाहिए।”