कश्‍मीर पर समर्थन मांगना पाक को पड़ा महंगा, इस देश ने बेइज्‍जत कर भगाया

कश्‍मीर दिल्‍ली। भारत के कश्‍मीर प्रांत में पिछले दिनों आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद फैली हिंसा को अपने पक्ष में भुनाने के लिए पाकिस्‍तान पूरे विश्‍व के देशों में जाकर अपने पक्ष में समर्थन मांग रहा है लेकिन कश्‍मीर पर उसे स्विटजरलैंड में जाकर समर्थन मांगना महंगा पड़ गया। खबरों के अनुसार पाक पीएम नवाज शरीफ के विशेष दूत ओवैस लेघारी जब स्विटजरलैंड पहुंचे तो वहां की सरकार ने उनसे मिलने से मना कर दिया।

उन्हें स्विस सरकार ने मिलने का अपॉइंटमेंट तक नहीं दिया। सूत्रों के मुताबिक लेघारी को बड़े कॉर्पोरेट ग्रुप से भी मिलने में नाकामी हाथ लगी। कहा जा रहा है कि स्विस सरकार ने लेघारी के मुलाकात के अनुरोध तक को ठुकरा दिया।
लेघारी को अब उम्मीद है कि वह स्विस-पाक असोसिएशन के पदाधिकारियों से मुलाकात कर पाएंगे। यह पाकवंशियों का समूह है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा है कि नैशनल असेंबली फॉरन अफेयर्स कमिटी के चेयरमैन लेघारी जेनेवा और स्विस राजधानी बर्न के दौरे पर हैं। वह स्विट्जरलैंड में पाकिस्तानी कम्युनिटी से मुलाकात करेंगे और मुल्क की परंपराओं और संस्कृति की छवि निर्माण पर अजेंडा तय करेंगे।
लेघारी ने पाकिस्तानी कम्युनिटी से मुलाकात की है। उन्होंने स्विट्जरलैंड में कश्मीर के मुद्दे को प्रमोट करने को लेकर भी बात की। पाकिस्तान पूरी दुनिया में कश्मीर के मुद्दे को उछाल भारत को घेरने की कोशिश कर रहा है। इसी क्रम में उसे स्विट्जरलैंड में करारा झटका लगा है। पाकिस्तान की इस कोशिश को स्विट्जरलैंड ने बिल्कुल तवज्जो नहीं दी।

आपको बता दें कि पाकिस्तान ने अपने सांसदों की एक टीम तैयार की है। ये सांसद अलग-अलग देशों में कश्मीर का मुद्दा उठाने का काम कर रहे हैं।

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