कश्मीर में अशांति के पीछे सलाहुद्दीन व गिलानी

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के महासचिव राम माधव ने शनिवार को कहा कि कश्मीर में वर्तमान अशांति के पीछे पाकिस्तान के आतंकवादी कमांडर सैयद सलाहुद्दीन का हाथ है और वह हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी के माध्यम से घाटी में लोगों को भड़का रहा है। टेलीविजन चैनल को दिए एक साक्षात्कार में राम माधव ने कहा कि घाटी में दो महीने की लंबी अशांति के बावजूद प्रदेश में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) तथा भाजपा गठबंधन सरकार के बीच कोई मतभेद नहीं उभरा है।

सलाहुद्दीन

उन्होंने कहा कि सरकार बकरीद से पहले घाटी के हालात को सामान्य करने के लिए प्रतिबद्ध है। मंगलवार को बकरीद का त्योहार है।

राम माधव ने कहा, “पथराव रोकने की जरूरत है।” उन्होंने कश्मीर में आंदोलन को प्रायोजित करने का आरोप पाकिस्तान के कब्जे वाली कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद में यूनाइटेड जेहाद काउंसिल के कमांडर सैयर सलाहुद्दीन पर लगाया।

उन्होंने कहा, “घाटी में जो भी हो रहा है उसका नेतृत्व सैयद सलाहुद्दीन कर रहा है और समाज के कुछ तबके उससे प्रभावित हैं। घाटी में गिलानी अभियान का नेतृत्व कर रहा है। इसमें कहीं कोई शक नहीं है। लेकिन असली सरगना सीमा पार में है।”

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के पूर्व नेता ने जम्मू एवं कश्मीर में पीडीपी-भाजपा गठबंधन में किसी भी प्रकार के मतभेद से इंकार किया।

राम माधव ने कहा, “हमें मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पीडीपी-भाजपा सरकार में भरोसा है। यह अपना छह साल का कार्यकाल पूरा करेगी।”

सांसद मुजफ्फर बेग के मीडिया साक्षात्कारों का संदर्भ देते हुए माधव ने कहा कि पीडीपी नेता को मुद्दे को पार्टी के समक्ष उठाना चाहिए न कि उसके बारे में सार्वजनिक तौर पर बोलना चाहिए। मुजफ्फर बेग ने कहा है कि महबूबा को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए, क्योंकि गठबंधन के एजेंडे का कार्यान्वयन नहीं हो रहा है।

उन्होंने कहा कि कश्मीर के हालात निश्चित तौर पर परेशान करने वाले हैं और यह हम सब की चिंता का कारण है।

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