
श्रीनगर जिले में जिला विकास परिषद अध्यक्ष पद का चुनाव दिलचस्प हो गया है। सात निर्दलियों में से दो सदस्यों को जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी ने अपने साथ मिलाकर समीकरण बदल दिए हैं। इस बीच श्रीनगर के डीडीसी चेयरमैन चुनाव को लेकर भाजपा ने बड़ा एलान किया है। भाजपा ने कहा कि वह श्रीनगर के डीडीसी चेयरमैन चुनाव में अपनी पार्टी को समर्थन देगी। वहीं भाजपा के सहयोग से अपनी पार्टी डीडीसी अध्यक्ष बना सकती है।

कश्मीर संभाग की सबसे चर्चित और वीआईपी सीट पर अपनी पार्टी और भाजपा के गठबंधन से अध्यक्ष बनने पर इसका असर पूरे प्रदेश की सियासत पर पड़ेगा। जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी का गठन अनुच्छेद 370 हटने के बाद हुआ है। भाजपा के साथ अपनी पार्टी के गठजोड़ से पूरे प्रदेश की राजनीति प्रभावित होना तय है।
अपनी पार्टी के अध्यक्ष सैयद अल्ताफ बुखारी की मौजूदगी में नौगाम से निर्दलीय जीतने वाले बिलाल अहमद भट और हरवन से निर्दलीय अली मोहम्मद राथर अपनी पार्टी में शामिल हुए। इन दो निर्दलीय सदस्यों के अपनी पार्टी में शामिल होने से चुनावी समीकरण की नई तस्वीर उभर गई है। 14 सीटों में से अपनी पार्टी को तीन, नेशनल कांफ्रेंस(नेकां), पीडीपी और भाजपा को एक-एक सीट हासिल हुई है। सबसे ज्यादा सात सीटें निर्दलियों ने जीती हैं।
जिला विकास परिषद अध्यक्ष पद का चुनाव जीतने के लिए आठ सदस्यों की जरूरत है। ऐसे में दो निर्दलीय सदस्यों के पार्टी में शामिल होने से अपनी पार्टी के पास पांच सदस्य हो गए हैं।
वहीं भाजपा के समर्थन के बाद अगर दो अन्य निर्दलीय अपनी पार्टी के साथ आते हैं तो बहुमत का आंकड़ा पूरा हो जाएगा। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में सियासी उठापटक की दशा और दिशा तय करने में डीडीसी चुनाव बड़ी भूमिका निभा रहे हैं।