विरोध प्रदर्शन पर अलगाववादी नेता सभी पक्षों के साथ बैठक करेंगे

श्रीनगर। घाटी में चल रहे विरोध प्रदर्शन और बंद की भावी दिशा तय करने के लिए वरिष्ठ कश्मीरी अलगाववादी नेताओं ने रविवार को सभी पक्षों के साथ अगले मंगलवार को एक बैठक करने का फैसला किया। वरिष्ठ अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के हैदरपोरा स्थित निवास पर तीन घंटे तक चली एक लंबी बैठक के बाद गिलानी, मीवाइज उमर फारूक और मोहम्मद यासीन मलिक ने करीब चार महीने से चल रहे बंद की भावी दिशा तय करने के लिए मंगलवार को सभी पक्षों के साथ एक बैठक करने का फैसला किया।

कश्मीरी अलगाववादी

अलगाववादी खेमे में एक सूत्र ने यहां कहा, “यह फैसला किया गया कि घाटी में परीक्षाएं आयोजित करने, सार्वजनिक परिवहन के संचालन और व्यापारिक गतिविधियों से संबंधित मुद्दों पर निर्णय करने के लिए शिक्षाविदों, व्यापारियों, ट्रांसपोर्टरों और सिविल सोसायटी के प्रतिनिधियों समेत सभी पक्षों को अलगाववादी नेताओं से मंगलवार को मिलने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।”

प्राधिकारियों ने हुर्रियत के नरमपंथी धड़े के प्रमुख मीरवाइज और जम्मू एवं कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के अध्यक्ष यासीन मलिक को गिलानी के साथ बैठक करने की इजाजत दी थी। गिलानी का अपना हुर्रियत गुट है जिसका वह प्रमुख हैं।

जानकार सूत्रों ने कहा है कि वे विरोध प्रदर्शन के अपने अगले कार्यक्रम में शिक्षा, परिवहन और व्यापार को राहत देने का निर्णय ले सकते हैं।

अधिकारियों ने गत दो नवम्बर को अलगाववादी नेता मीवाइज फारूक को घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं देकर नेताओं के बीच इसी तरह की मुलाकात विफल कर दी थी।

अलगाववादी सूत्रों ने आईएएनएस से कहा कि तीनों नेताओं ने मौजूदा विरोध प्रदर्शन और बंद से संबंधित रणनीति पर चर्चा की। बंद के कारण करीब चार महीने से घाटी में जनजीवन पंगु बना हुआ है।

अलगाववादी हर सप्ताह विरोध कार्यक्रम जारी कर रहे हैं और लोगों से घाटी में बंद जारी रखने को कह रहे हैं।

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