आयुष्मान ने कहा, कम उम्र में पेरेंट्स बनना है सही, जानें क्यों

अभिनेता आयुष्मान खुराना का कहना है कि कम उम्र में माता-पिता बनना अच्छा होता है। आयुष्मान ने एक चैट शो ‘फेमसली फिल्मफेयर सीजन 2’ की शूटिंग के दौरान अपने बच्चों के साथ अपने संबंधों के बारे में बात की।

आयुष्मान ने कहा, कम उम्र में पेरेंट्स बनना है सही, जानें क्यों

आयुष्मान ने कहा, “आज, मुझे चश्मा पहनना पड़ा क्योंकि मैं सुबह शूटिंग के लिए जल्दी उठा। बेटी का स्पोर्ट्स डे था और मैं अन्य माता-पिता के साथ 100 मीटर की दौड़ जीतने के लिए तैयार था क्योंकि मैं वहां सबसे कम उम्र का था। मैं बहुत उत्साहित था, लेकिन दुख की बात है कि ऐसा नहीं हो पाया। एक युवा माता-पिता होना अच्छा है। आपके पास एनर्जी होती है और आप उनके साथ बड़े हो रहे होते हैं।”

आयुष्मान और ताहिरा की एक बेटी वरुष्का और एक बेटा वीराजवीर हैं।

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जानें कम उम्र में पिता बनना क्यों होता है अच्छा

यदि आप कम उम्र में पिता बनते हैं, तो आपका बच्चा काफी आकर्षक होगा।

ऐसा हम नहीं एक अध्ययन में कहा गया है।

इस अध्ययन के अनुसार, जो लोग अधिक उम्र में पिता बनते हैं, उनके बच्चे कम आकर्षक होते हैं। यह शोध विएना यूनिवर्सिटी में किया गया।

जिनकी बेटी होती है, उन पुरुषों में महिलाओं के साथ भेदभाव करने की आदत होती है कम.

शोध के अुनसार, उम्र के 20वें पड़ाव पर पिता बनने वाले पुरुषों के बच्चे अधिक उम्र में पिता बने पुरुषों के बच्चों की अपेक्षा 10 प्रतिशत अधिक आकर्षक होते हैं।

इन शोधकर्ताओं ने माना कि उम्रदराज पुरुषों के स्पर्म में जेनेटिक म्यूटेशन होती है जिसका सीधा असर बच्‍चों के आकर्षण पर पड़ता है।

शोधकर्ताओं ने यह भी बताया कि पुरुषों में यह दोष हर 16 साल के अंतराल में बढ़ता है जबकि महिलाओं के जीन्स हर उम्र में सामान्य ही रहते हैं। हालांकि, अधिक उम्र में पिता बनना किसी भी लिहाज से ठीक नहीं है। इससे पहले हुए शोध में यह बात सामने आ चुकी है कि अधिक उम्र में पिता बनने वाले पुरुषों के बच्‍चों में मानसिक बीमारी होने की आशंका अधिक होती है।

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