कभी यह जगह कहलाती थी ओडिशा की राजधानी, रोचक है यहां का इतिहास

भारत को पूरा घूमने के बाद भी आपने ने भारत के इस राज्य के स्वर्ग को नहीं देखा होगा। आज हम आपको ओडिशा के अंगुल जिले स्थित तालचेर के बारे में बताने जा रहे हैं। यह स्थान कभी औपनिवेशिक काल के दौरान तालचेर राज्य की राजधानी माना जाता है। यह राज्य अपने काल की बड़ी रियासत समझा जाता था। यह राज्य आक के जमाने का तेजी से उबरा हुआ औद्योगिक हब माना जाता है। इतना ही नहीं यह शहर बड़ी कोयले की खदानों से घिरा हुआ है। यह शहर अपने प्राचीन काल की संरचनाओं के लिए कोई लोकप्रिय है।

तालचेर पैलेस

तालचेर इस शहर का काफी ऐतिहासिक आकर्षण माना जाता है। यहां पर तालचेर नाम से एक पैलेस भी है। यह एक बहुत ही खूबसूरत और आकर्षक महल है। इसलिए वास्तुकला के क्षेत्र में भी इसका काफी अच्छा स्थान है। यहां पर एक लग्जरी हेरिटेज प्रॉपटी है जिसका निर्माण 14वीं शताब्दी के आसपास किया जाता है। इस पैलेस के प्रवेश द्वार की संरचना पर सबका ध्यान आकर्षित करता है। जानकारी के अनुसार यह राजा राजेंद्र चंद्र देव का शाही निवास हुआ करता था। राजा राजेंद्र चंद्र देव यहां अपनी पत्नी रानी साहेब पुष्पा देवी और दो बच्चे युवराज विजेंद्र देब और शैंलेंद्र चंद्र देब के साथ रहा करते थे। तालचेर महल शहर का लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, जहां पर्यटक जरूर भ्रमण के लिए आते हैं।

तालचेर की यात्रा आपके के लिए कई मायनों में खास हो सकती है। इतिहास और कला-वास्तुकला में दिलचस्पी रखने वालों के लिए यह स्थल किसी जन्नत से कम नहीं। आप यहां 14वीं शताब्दी में बनाएं गए तालचेर फोर्ट को खूबसूरती का दीदार कर सकते हैं। पैलेस की आकर्षण वास्तुकला और बारिकियों को देख सकते हैं। कुछ नया जानने वाले और नए स्थल के खोजी भी यहां आ सकते हैं। चुंकि यह एक लोकप्रिय शहर है तो आप यहां जीवनशैली, खानपान आदी का आनंद भी ले सकते हैं। आप यहां निकटवर्ती पर्यटन आकर्षणों को देखने के लिए भी जा सकते हैं। तालचेर एक शानदर स्थल है और आपको यहां जरूर आना चाहिए।

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