ऐतिहासिक इमारतों का शौक है तो यहां जरूर जाइए, नहीं मिलेगा कहीं ऐसा नजारा

ऐतिहासक जगहोंभारत एक प्राचीन त्योहारों, संस्कृतियों, खान-पान और ऐतिहासक जगहों का मशहूर देश माना जाता है। यहां बहुत सी पुरानी इमारते और किले हैं, जिनकी अपनी अलग-अलग खासियतें हैं। अगर आपको किले देखने का शौक है, तो आज हम चलेंगें ग्वालियर फोर्ट में। ये ग्वालियर का सबसे मशहूर किला है।

इस किले को आर्किटेक्चर का गढ़ कहा जा सकता है क्योंकि इस किले को देखकर पता चलता है कि भारत में प्राचीन समय में ऐसी खूबसूरत जगहें रहती है, जो टूरिस्टों का सबसे फेवरेट प्लेस रही है।

इतिहासकारों का कहना है कि इस किले का निर्माण 727 में सूर्यसेन नामक एक स्थानीय सरदार ने करवाया था, जो इस किले से 12 किलोमीटर दूर सिंहोनिया गांव में रहता था।

पहाड़ी की चोटी पर स्थित इस स्थान से घाटी और शहर का सुंदर दृश्य देखा जा सकता है।

ग्वालियर किला मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। यह किली जमीन से लगभग 300 फुट ऊंचा है।

अगर इसकी लंबाई की बात करें तो तीन किलोमीटर है। यह किला पूर्व से पश्चिम की ओर यह किला 600 से 3000 फीट चौड़ा है। आइए जानते है इस किले की कुछ दिलचस्प बातें।

ऐसा माना जाता है कि 1399 से 1516 में किला तोमर नरेशों के अधीन रहा था। किले के स्मारकों में ग्वालियर का लंबा इतिहास पता चलता है।

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