हिंदू धर्म में देवी-देवताओं की संख्या करोड़ों में हैं। सभी देवी-देवताओं का अपना एक खास और गज़ब का महत्व है। सभी देवी-देवताओं की पूजा के लिए कुछ खास दिन और समय भी निर्धारित किए गए हैं।
इसके अलावा संभव होने पर आप रोज़ भगवान की पूजा भी कर सकते हैं। शास्त्रों में कहा गया है कि इंसान की कोई भी पूजा व्यर्थ नहीं जाती है।
इससे कई लाभ होते हैं, चाहे वो शारीरिक रूप से हों या मानसिक रूप से। इसके अलावा भी कई सारी ऐसी पूजा सामग्री भी है, जिनका महत्व शास्त्रों में बताया गया है।
ऐसी मान्यता है कि भगवान की पूजा करते समय आरती करने से कई लाभ होते हैं। इसके साथ ही पूजा के दौरान आरती को काफी महत्व भी दिया गया है। शास्त्रों में कर्पूर का बहुत महत्व बताया गया है।
कई लोग कर्पूर को कपूर भी कहते हैं। पूजा के दौरान होने वाली आरती में कर्पूर जलाना काफी शुभ माना जाता है। ये परंपरा कोई हाल ही में शुरु हुई नहीं है, बल्कि आरती के वक्त कर्पूर जलाना एक परंपरागत शैली है।
शास्त्रों में कहा गया है कि भगवान के सामने कपूर जलाने से समस्याओं से निदान मिलता है और साथ ही इससे अक्षय पुण्य भी प्राप्त होता है।
आइये अब जानते हैं कपूर जलाने के लाभ-1. घरों और मंदिरों में पूजा के दौरान होने वाली आरती में कर्पूर जलाने से आस-पास के वातावरण में सकारात्मकता के साथ पवित्रता और एक बेहतरीन खुशबू फैल जाती है।
मान्यता है कि कर्पूर से उत्पन्न होने वाली खुशबू से भगवान बहुत आकर्षित होते हैं। जिनमें मां लक्ष्मी इससे सबसे ज़यादा प्रसन्न होती हैं।
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कपूर से उत्पन्न होने वाली खुशबू से घर में सकारात्मक शक्ति आती है और बुरी शक्तियां दूर हो जाती हैं। इसके साथ ही कपूर की मनमोहक सुगंध से बुरे सपने भी नहीं आते हैं।
एक वैज्ञानिक तर्क के मुताबिक इससे वातावरण में मौजूद कई प्रकार के हानिकारक कई तरह के छोटे कीटाणु भी मर जाते हैं।