
नई दिल्ली| उपभोक्ता निम्न गुणवत्ता वाली वीडियो स्ट्रीमिंग तथा बफरिंग वाली वीडियो सेवा का इस्तेमाल करने से परहेज करते हैं, जिसका सीधा असर सेवा प्रदाता पर पड़ता है। एक नए अध्ययन की रिपोर्ट से गुरुवार को यह बात सामने आई। कंटेंट डिलिवरी नेटवर्क सेवा कंपनी अकामाई टेक्नोलॉजी के मुताबिक, सामग्री या ब्रैंड में रुचि होने के बावजूद दर्शक गुणवत्ताहीन वीडियो स्ट्रीमिंग जैसे बफरिंग को लेकर नकारात्मक प्रतिक्रिया दर्शाते हैं।
शोध में यह खुलासा हुआ है कि गुणवत्ताहीन वीडियो स्ट्रीमिंग से नकारात्मक भाव में 16 फीसदी की बढ़ोतरी होती है, जबकि उनसे जुड़ने की प्रक्रिया में लगभग 20 फीसदी कमी होती है।
लगभग 76 फीसदी प्रतिभागियों ने कहा कि बार-बार बफरिंग की समस्या आने पर वह सेवा का इस्तेमाल बंद कर देंगे।
अकामानी के मीडिया सॉल्यूशंस के उत्पाद विपणन के निदेशक इयान मुनफोर्ड ने कहा, “इस अनोखे शोध से यह स्पष्ट होता है कि वीडियो स्ट्रीमिंग कारोबार में निम्न गुणवत्ता के वीडियो की कोई जगह नहीं है।”
मुनफोर्ड ने कहा, “प्रीमियम ऑनलाइन वीडियो बाजार बेहद प्रतिस्पर्धात्मक हो गया है। कमाई करना बेहद मुश्किल काम है और ग्राहक बनाने की प्रक्रिया कीमती हो गई है। क्वालिटी ऑफ एक्सपीरियंस का इतना महत्व पहले कभी नहीं था।”
यह अध्ययन अकामाई के लिए शोध कंपनी सेनसम ने किया।