उद्धव ठाकरे ने माना, मोदी सरकार और शिवसेना में बढ़ रही दूरी

उद्धव ठाकरेमुंबई: शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व से संवाद टूटने की बात स्वीकार की। उन्होंने कहा कि भाजपा में पीढ़ीगत बदलाव की वजह से ऐसा हुआ है। भाजपा में युवा नेताओं का बोलबाला है।

उद्धव ठाकरे पार्टी के मुखपत्र सामना (मराठी) और दोपहर का सामना (हिंदी) में सोमवार को अपने साक्षात्कार के तीसरे भाग में यह बात कही।

उद्धव ठाकरे को याद आए बीते दिन

उन्होंने कहा कि एक समय था जब तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी शिवसेना के दिवंगत प्रमुख बाल ठाकरे के साथ नियमित रूप से विभिन्न मुद्दों पर बातचीत करते थे।

ठाकरे ने कहा, “इसके बाद प्रमोद महाजन और गोपीनाथ मुंडे भी शिवसेना के लगातार संपर्क में रहते थे। अब ये दिग्गज नहीं है।” उन्होंने कहा कि भाजपा में वयोवृद्ध पीढ़ी के नेता जैसे कि वाजपेयी, आडवाणी और अन्य राजनीति से बाहर हो गए हैं।

उद्धव ठाकरे ने कहा, “पीढ़ी बदल गई और तेजी के साथ सत्ता नए लोगों के हाथों में आ गई है। लेकिन कुर्सी पर काबिज होने के बाद उन्हें खुली चर्चा भी करनी चाहिए।” उद्धव ने कहा कि हालांकि उनका महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस के साथ अच्छा तालमेल है।

LIVE TV