उत्तरकाशी में चीन सीमा पर वायुसेना की बढ़ी सक्रियता, बीते चार दिन से लड़ाकू विमान सीमा पर भर रहे उड़ान

उत्तरकाशी में चीन सीमा पर वायुसेना की सक्रियता बढ़ गई है। बीते चार दिन से लड़ाकू विमान सीमा पर उड़ान भर रहे हैं। गुरुवार को भी विमान ने नेलांग घाटी के ऊपर चार बार उड़ान भरी। सोमवार से यह क्रम बना हुआ है।

उत्तराखंड की 345 किलोमीटर लंबी सीमा चीन से सटी है। इसमें से 122 किलोमीटर उत्तरकाशी जिले में है। सीमा की सुरक्षा में सेना के साथ ही भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के जांबाज मुस्तैदी से डटे हैं। सीमा पर सैनिकों की तैनाती बढ़ाई जा रही है। सेना के वाहनों की आवाजाही बढ़ गई है। 

बाहर से आने वाले जवानों को पहले उत्तरकाशी से 25 किलोमीटर दूर चिन्यालीसौड़ में कैंप कराया जा रहा है। दो दिन कैंप करने के बाद जवानों को हर्षिल में क्वारंटाइन किया जा रहा है। इसके बाद वे बार्डर की ओर रवाना किए जा रहे हैं।  चमोली जिले से सटी सीमा पर भी यही स्थिति है। दोपहर करीब 12 बजे यहां भी लड़ाकू विमान का सीमा की ओर जाते हुए देखा गया। आसमान में सेना के हेलीकॉप्टर नजर आ रहे हैं।

चमोली में आसमान में दिखी धुएं की लकीर, विमान के धुएं का अंदाजा 

चमोली में दोपहर को आसमान में धुंए की लकीर देखी गई। तेज आवाज के साथ इसे जोशीमठ की जाते देखी गई। स्थानीय निवासियों ने इसे अपने मोबाइल कैमरे में कैद कर  सोसल मीडिया पर जमकर वायरल किया है। 11.45 मिनट पर चीन सीमा की ओर जिला मुख्यालय के उपर से एक धुएं की लकीर दिखी। माना जा रहा है कि यह विमान से निकले रसायन का धुआं होगा।

इसे देखने के लिए स्थानीय निवासी आसमान में निहारते रहे। बताया गया कि चक्कर काटने के बाद जोशीमठ क्षेत्र धुएं का संकेत जोशीमठ क्षेत्र की ओर गया। आसमान में हेलीकाप्टरों की आवाजाही देखी जा रही है। लद्दाख में सीमा पर तनातनी के बाद चीन सीमा क्षेत्र में भी सेना की सक्रियता है।

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