उत्तराखंड में मौसम का बदला मिजाज: मैदानों में झमाझम बारिश, पहाड़ों में तेज हवाएं, पिथौरागढ़-बागेश्वर में येलो अलर्ट

उत्तराखंड में मौसम ने करवट ली, जहां मैदानी इलाकों में झमाझम बारिश और पर्वतीय जिलों में तेज हवाओं का दौर जारी है।

मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून ने पिथौरागढ़ और बागेश्वर के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, और पिथौरागढ़ में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। कुछ क्षेत्रों में 40-50 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।

मौसम

  • मैदानी इलाके: देहरादून, हरिद्वार, और ऊधम सिंह नगर जैसे मैदानी जिलों में रविवार से बारिश ने गर्मी से राहत दी है, लेकिन नमी के कारण उमस बनी हुई है। देहरादून में अधिकतम तापमान 34-36 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 23-25 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है।
  • पर्वतीय क्षेत्र: पिथौरागढ़, बागेश्वर, उत्तरकाशी, चमोली, और रुद्रप्रयाग में भारी बारिश और तेज हवाओं का अलर्ट है। पिथौरागढ़ और बागेश्वर में भूस्खलन का खतरा बना हुआ है, जिसके लिए यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
  • चारधाम यात्रा: रविवार को हेमकुंड साहिब और केदारनाथ में हल्की बर्फबारी और बारिश के बाद मौसम साफ हो गया है, जिससे श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। हालांकि, बद्रीनाथ धाम में बारिश के बीच श्रद्धालुओं को छाता और रेनकोट का सहारा लेना पड़ रहा है। चारधाम यात्रा मार्गों पर सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

आने वाले दिनों का पूर्वानुमान

मौसम विभाग के अनुसार, 5 जून 2025 तक उत्तराखंड में मौसम अस्थिर रहेगा। पर्वतीय जिलों में हल्की से मध्यम बारिश और तेज हवाएं (30-50 किमी/घंटा) जारी रहेंगी, जबकि मैदानी इलाकों में छिटपुट बारिश और बादल छाए रहेंगे। मानसून के 10 जून तक उत्तराखंड पहुंचने की संभावना है, जिससे बारिश की तीव्रता बढ़ सकती है।

प्रशासनिक और सामाजिक प्रभाव:

  • कृषि और नुकसान: मई में 60% अधिक बारिश के कारण 5,236 हेक्टेयर कृषि भूमि प्रभावित हुई है, जिसमें 3,358 हेक्टेयर पर 33% से अधिक नुकसान हुआ। राज्य सरकार ने किसानों के लिए मुआवजे की घोषणा की है।
  • यातायात और यात्रा: भारी बारिश और भूस्खलन के खतरे के कारण पिथौरागढ़ और बागेश्वर में सड़कें बाधित हो सकती हैं। चारधाम यात्रियों को नदियों और नालों के जलस्तर की जांच करने की सलाह दी गई है।
  • सावधानियां: मौसम विभाग ने निवासियों और पर्यटकों से बिजली गिरने, तेज हवाओं, और भूस्खलन से सतर्क रहने को कहा है। बाहरी गतिविधियों के दौरान सावधानी बरतने और मौसम अपडेट्स पर नजर रखने की सलाह दी गई है।

रविवार को हेमकुंड साहिब में बर्फबारी के बाद तापमान में गिरावट दर्ज की गई, लेकिन मौसम साफ होने से श्रद्धालुओं की आवाजाही बढ़ी है। मौसम की अनिश्चितता के चलते प्रशासन ने आपदा प्रबंधन टीमों को अलर्ट पर रखा है।

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