‘ईरान में अपना पूर्ण सैन्य अड्डा नहीं बनाएगा रूस’

ईरान मास्को| रूस भविष्य में ईरान के हमादान हवाई अड्डे का दोबारा इस्तेमाल कर सकता है, लेकिन वह ईरान में पूर्ण सैन्य अड्डा नहीं बनाएगा। यह बात एक विश्लेषक ने कही है। समाचार एजेंसी स्पूतनिक के अनुसार, सैन्य विशेषज्ञ व्लादीस्लाव शूरीजिन ने कहा कि रूस और ईरान आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सूचानाएं साझा करते हैं और एक दूसरे का समर्थन करते हैं।

शूरीजिन ने कहा, “यह भागीदारी है। जहां तक हमादान का सवाल है तो ईरान ने एक हवाई अड्डा अस्थाई तौर पर दिया है।”

उन्होंने कहा कि सीरिया में आतंकी ठिकानों पर हमले के लिए रूसी बमवर्षक विमान इस हवाई अड्डे का इस्तेमाल कर सकते हैं।

सैन्य विशेषज्ञ ने कहा कि रूस और ईरान आतंकवाद के खिलाफ इराक और सीरिया में मिलकर लड़ रहे हैं, लेकिन रूस, अपना सैन्य अड्डा स्थापित नहीं करेगा।

सीरिया में आतंकी ठिकानों पर हमले के लिए पश्चिमीईरान के हमादान हवाई अड्डे से रूसी लड़ाकू विमानों ने गत 16 अगस्त से लगातार तीन दिन तक उड़ान भरी थीं।

इसके बाद रूस ने अपना अभियान बंद कर दिया और अपने लड़ाकू विमानों को वापस बुला लिया था।

गत साल सितम्बर में सीरिया में इस्लामिक स्टेट के ठिकानों पर शुरू हुए रूसी हमले के बाद से यह पहला मौका था जब रूस ने सीरिया के अलावा किसी अन्य देश के क्षेत्र का इस्तेमाल किया।

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