इस वजह से गिलानी के समर्थकों सहित, तीस कैदियों को जम्मू-कश्मीर से हटाया गया
REPORT -BRIJ BHUSHAN
आगरा। जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्छेिद 370 और 35ए हटाये जाने के बाद सरकार एहतियातन कदम उठा रही है। हालांकि घाटी में अब तक कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है और जनजीवन धीरे-धीरे पटरी पर आ रहा है।
उसके बाद भी यह आशंका है कि कश्मीर और में अलगाववादी ताकतें किसी हरकत को अंजाम दे सकती हैं। इसी के चलते वहां की जेलों से बंदियों को दूसरी जेलों में ट्रांसफर किया जा रहा है। आज भी जम्मू कश्मींर से बंदियों की दूसरी खेप विशेष विमान से खेरिया एयरपोर्ट पहुंची और यहां से कड़ी सुरक्षा व्यरवस्था के बीच 30 बंदियों को सेंट्रल जेल लाया गया।
इन सभी को अलग-अलग बैरकों में रखा गया है। इससे पहले यहां 26 बंदी लाए गए थे। इनमें से कुछ सैय्यद अली शाह गिलानी के समर्थक भी बताए जा रहे हैं। गिलानी का करीबी कय्यूम भी इनमें शामिल है। जेल में जो 30 बंदी आज आए हैं, इन्हेंय पहले आए बंदियों से अलग रखा जाएगा।
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इन्हें आपस में बातचीत की इजाजत नहीं दी गई है। अब आगरा जेल में जम्मू-कश्मीर के कुल बंदियों की संख्या 56 हो गई है। सुरक्षा एजेंसियां इन कैदियों को लेकर विशेष सतर्कता बरत रही हैं। पूर्व में आगरा सेंट्रल जेल में शिफ्ट हुए 26 बंदियों से अब तक मुलाकात करने के लिए कोई नहीं आया है। सेंट्रल जेल प्रशासन के साथ आगरा पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां आसपास के मोहल्लोंल पर भी नजर रखे हैं।