आसान हो सकती है सपा के लिए 2019 राहें, अखिलेश को मिल सकता है इस बड़े नेता का समर्थन

लखनऊ। 2019 लोकसभा चुनाव में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बेहतर परिणाम हो सकते हैं। इस बात का संकेत देती है लखनऊ में अखिलेश यादव और राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी की बीच बुधवार को हुई एक मुलाकात।

इस मुलाकात में जयंत चौधरी की ओर से निकल कर आए संकेत अखिलेश यादव के फायदेमंद साबित हो सकते हैं। जयंत चौधरी ने कहा कि हम एक साथ मिलकर भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। हमारे लिए सीटों का बंटवारा कोई मुद्दा नहीं है बल्कि रिश्ते अहम हैं।

मुलाकात पूरी तरह से अखिलेश के पक्ष में रही। जयंत चौधरी ने कहा कि अब वक्त आ गया है जब पूरे देश में भाजपा के खिलाफ प्रभारी गठबंधन खड़ा होगा। ये ‘मैं’ की नहीं बल्कि ‘हमारी’ लड़ाई है और हम इसे जरूर जीतेंगे।

प्रकृति की आगोश में सुकून का अहसास चाहिए तो चले आएं धनौल्टी

एक ओर 12 जनवरी को सपा-बसपा ने गठबंधन की घोषणा कर दी। वहीं दूसरी ओर जयंत चौधरी का बंद शब्दों में अखिलेश को समर्थन देना, 2019 लोकसभा चुनाव में सपा की राह आसान कर सकता है। जिसका फायदा गठबंधन के बाद अब बसपा को भी मिलेगा।

बता दें कि सपा-बसपा गठबंधन की घोषणा 12 जनवरी को हुई थी। जिसमें ये भी तय हो गया था कि दोनों पार्टियां 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। जिसके बाद ये माना जा रहा था कि दो सीटें रालोद को मिल जाएंगी। हालांकि, रालोद पांच सीटों पर दावेदारी जता रहा है। कहा जा रहा है कि रालोद को बाकी की सीटें समाजवादी पार्टी अपने कोटे से देगी।

अमेरिका का दावा : ताकत बढ़ाने की कोशिश में ड्रैगन करेगा ये खतरनाक काम

सपा-बसपा ने इस गठबंधन से कांग्रेस को बाहर रखा है। कांग्रेस से बिना किसी बातचीत के बावजूद दोनों पार्टियों ने दो सीटें (रायबरेली, अमेठी) छोड़ दी हैं। इन दोनों जगह से क्रमशः सोनिया गांधी और राहुल गांधी सांसद हैं। ऐसे में सपा-बसपा इन दोनों जगह अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी।

LIVE TV