आय से अधिक संपत्ति और मनी लॉन्डरिंग मामले में वीरभद्र इस्तीफा दें: नड्डा

आय से अधिक संपत्तिशिमला। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री, वरिष्ठ भाजपा नेता जे.पी. नड्डा ने सोमवार को कहा कि हिमाचल के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को आय से अधिक संपत्ति और मनी लॉन्डरिंग के आरोपों के मद्देनजर नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्डरिंग अधिनियम के तहत वीरभद्र सिंह और उनकी पत्नी प्रतिभा व अन्य के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है।

कथित तौर पर एक जांच में पाया गया है कि वीरभद्र सिंह ने अपने नाम और अपने परिवार के सदस्यों के नाम आय के ज्ञात स्रोत से 6.03 करोड़ रुपये अधिक की संपत्ति जमा की थी। उन्होंने यह संपत्ति 2009-2011 के बीच केंद्रीय इस्पात मंत्री रहने के दौरान जमा की थी।

नड्डा ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि , “वीरभद्र सिंह के मामले अदालतों में लंबित हैं, लेकिन वह अभी भी सार्वजनिक जीवन में हैं। उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।” उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के खिलाफ मामलों से राज्य के शासन पर असर पड़ा है। “राज्य द्वारा केंद्रीय परियोजनाओं को पूरा करने में विलंब इस संबंध में एक संकेत है।”

भाजपा के राज्य नेतृत्व का कहना है कि वीरभद्र सिंह और उनके परिवार के खिलाफ आरोपों की जांच केंद्रीय एजेंसियां जानबूझ कर धीमी गति से कर रही हैं। नड्डा ने इस बारे में कहा, “केंद्रीय एजेंसियां स्वतंत्र रूप से काम कर रही हैं। मैं उनपर टिप्पणी नहीं करूंगा।”

नड्डा ने केंद्रीय परियोजनाएं प्रारंभ करने में राज्य द्वारा की जा रही कथित देरी को लेकर चिंता जाहिर की। इसमें शिमला स्थित इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में एक सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक और राज्य के लिए एक कैंसर केंद्र की शुरुआत शामिल हैं।

उन्होंने कहा, “मैं आज (सोमवार) सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक की आधारशिला रखना चाहता था, लेकिन राज्य सरकार इसके लिए अभी तक भूमि की ही पहचान नहीं कर पाई है।”

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