आये थे 82%, फिर भी परीक्षा परिणाम से नहीं था खुश, कर ली सुसाइड !…

17 मई को हरियाणा बोर्ड ने कक्षा 10वीं-12वीं के परिणाम जारी किए. वहीं इस परीक्षा में बैठने वाले एक छात्र ने शनिवार को पंखे से लटककर जान दे दी. हिन्दुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक 18 वर्षीय यह छात्र अपने परीक्षा परिणाम से खुश नहीं था.

चौंकाने वाली बात यह है कि छात्र ने कक्षा 12 में 82 फीसदी नंबर हासिल किए थे. स्थानीय पुलिस का कहना है कि बच्चा शनिवार को पंखे पर फंदा लटकाकर लटका हुआ पाया गया था.

स्थानीय पुलिस अधिकारी ने बताया कि छात्र अपने परिवार के साथ मतंड गांव में रहता था. परिजनों का कहना है कि बच्चे ने अपने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद किया हुआ था. परिजनों के बार-बार दरवाजा खटखटाया. लेकिन  उसने दरवाजा नहीं खोला.

जिसके बाद परिजनों ने दरवाजा तोड़ दिया. .वहीं दरवाजा खुला तो हैरान करने वाला नजारा था. छात्र पंखे के सहारे फांसी पर लटक रहा था. परिजन यहां से उसे अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

पुलिस का कहना है कि उसके नंबर काफी अच्छे थे फिर भी वह संतुष्ट नहीं था. वह इससे अच्छे नंबर चाहता था, इसलिए रिजल्ट आने के बाद से ही वह परेशान रह रहा था.

जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की हालत ख़राब, लड़ रहीं ज़िन्दगी से जंग !

IAS  अफसर की फेसबुक पोस्ट से लें सीख-

बीती मई 11 को IAS अवनीश कुमार शरण ने ऐसी ही एक घटना से दुखी होकर फेसबुकर पर अपना रिजल्ट साझा किया था. फेसबुक पर उन्होंने छात्रों से कहा था कि वे खराब रिजल्ट से निराश न हों और न ही हार मानें.

उन्होंने लिखा कि आज मैंने अखबार में एक चौंकाने वाली खबर पढ़ी कि एक छात्र ने परीक्षा में फेल हो जाने के कारण आत्महत्या कर ली.

मैं सभी छात्रों और उनके माता-पिता से अपील करता हूं कि वे परिणाम को गंभीरता से न लें. यह एक नंबर गेम है. आपको अपने कैलिबर को साबित करने के कई और मौके मिलेंगे.

 

साझा किए अपने परिणाम

IAS अफसर ने अपनी कक्षा 10वीं और कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं, कॉलेज के नंबर भी बताए. उन्होंने कक्षा 10वीं में 44.5 प्रतिशत, 12वीं की परीक्षा में 65 प्रतिशत और स्नातक में 60.7 प्रतिशत नंबर हासिल किये थे.

अफसर ने अपने संदेश में यह भी बताया है कि उन्होंने 10वीं की परीक्षा 1996 में, 12वीं की परीक्षा 1998 और स्नातक की डिग्री साल 2002 में पूरी की थी.

भले ही अवनीश कुमार शरण के नंबर कम आये हों, लेकिन उन्होंने यूपीएससी परीक्षा पास कर दिखा दिया कि काबिलियत नंबर देखकर नहीं मापी जा सकती.

 

LIVE TV