आयुष मंत्रालय ने जारी की संशोधित गाइडलाइंस, यूनानी व आयुर्वेदिक डॉक्टरों को दिए निर्देश

देश में कोरोना महामारी की दूसरी लेहर से कोहराम मचा हुआ है। चारों ओर संक्रमण से लेग कराह रहे हैं। इसी बीच कोरोना महामारी से जंग जीतने के लिए आयुष मंत्रालय ने वर्तमान दिशानिर्देशों में कुछ जरूरी संशोधन किया है। जानकारी के लिए आपको बता दें कि मंत्रालय ने बढ़ते कोरोना संकट को ध्यान में रखते हुए आयुर्वेद व यूनानी डॉक्टरों के लिए आज यानी सोमवार को संशोधित दिशानिर्देश जारी किए हैं।

यदि बात करें आयुष मंत्रालय के द्वारा जारी किए गए दिशानिर्देशों की तो उसमें बताया गया है कि, “मौसमी बदलावों को देखते हुए रोगी के संविधान में सलाह दी गई है कि वासा (मालाबार नट), यष्टिमधु (लिकोरिस रूट) और गुडूची (गिलोय) को आवश्यकता के अनुसार क्वाथ में जोड़ा जा सकता है।” इसी के साथ आगे गाइडलाइन में बताया गया है कि , “घरेलू साक्ष्य के दौरान कोरोना के हल्के मामलों के प्रबंधन के लिए आयुष- 64, अश्वगंधा की गोलियां आदि जैसे प्रभावी साक्ष्य- आधारित आयुर्वेद और यूनानी योगों / उपायों को शामिल किया गया है।”

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