
नयी दिल्ली। पिछले दिनों सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ के बाद जम्मू-कश्मीर के नौगाम से गिरफ्तार आतंकी सैफुल्ला बहादुर अली पूछताछ में रोज नया खुलासा कर रहा है। आज भी एनआइए उससे पूछताछ कर रही है जिसमें उसने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि वह हाफिज सईद को चाचा बुलाता है।
आतंकी बहादुर अली ने बताया कि वह पीओके में हाफिज सईद से मिल चुका है। उसे ए-3 उर्फ ड्राइवर का कोड दिया गया था। बहादुर के मुताबिक लश्कर के लोग हाफिज को चाचा कहकर संबोधित किया करते हैं। अली ने एनआईए पूछताछ में बताया कि भारत में घुसपैठ करने के बाद उसके तीन साथी एनकाउंटर में मारे गए थे जिसके बाद वह सैटलाइट फोन से पाकिस्तान में वालिद नाम के एक शख्स के साथ लगातार संपर्क साधे हुए था।
वालिद उसे आगे के प्लान के बारे में लगातार बता रहा था। वालिद ने उसे दो लोगों से मुलाकात करने को कहा था जिसका कोडवर्ड डॉक्टर और नर्स कोडवर्ड था। इस कोडवर्ड का अर्थ एक पुरुष और एक महिला ऑपरेटिव्स से था। अली ने कहा कि हमसे कश्मीर में निर्दोष लोगों को मारने को कहा गया था।
उसने गुरुवार को कबूल कर लिया है कि वह लश्कर का आतंकी है। गुरुवार को एनआइए पूछताछ के लिए उसे दिल्ली लेकर आयी, जहां उसने कई अहम खुलासे किये। बताया जाता है कि पूछताछ में बहादुर अली ने साफ शब्दों में कहा कि वह सीमा पार से आया है और लाहौर का रहने वाला है। उसने अपनी उम्र 21 साल बतायी है। अली ने बताया कि उसने लश्कर-ए-तैयबा से ट्रेनिंग ली है। उसे भारत में स्पेशल मिशन पर भेजा गया है। अपने बयान में उसनें कहा कि लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद ने कहा था कि कश्मीर में जाकर निर्दोष लोगों को मारो।
सुरक्षा बलों ने अली को सोमवार को गिरफ्तार किया था। उसके पास से तीन एके-47, दो पिस्टल और 23000 रुपये की भारतीय मुद्रा बरामद की गयी थी। अली को मुठभेड़ में जिंदा पकड़ा गया था, जबकि उसके चार साथी मारे गये थे। एनआइए की पूछताछ में उसने बताया कि पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद में बड़ी संख्या में आतंकी तैयार हो रहे हैं। अली ने बताया कि वह तथा मुठभेड़ में मारे गये उसके साथी आत्मघाती हमले की तैयारी में थे। इसके अलावा अली को कश्मीर घाटी में बुरहान वानी की तरह नये पोस्टर बॉय तैयार करने की जिम्मेदारी भी दी गयी थी।
अली की स्वीकारोक्ति के बाद केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर समेत भारत के अन्य हिस्सों में आतंकवादी घटनाओं के पीछे पाकिस्तान का हाथ है, इसके स्पष्ट सबूत भी मिल चुके हैं।