आतंकी संगठन हिजबुल के पास नहीं बचे हथियार, नए आतंकियों की भर्ती हुई बंद…

आतंकी संगठनों के लिए अब हथियारों की कमी होने लगी है। ज्यादातर आतंकी संगठनों ने उनके दुष्प्रचार से प्रभावित होकर भर्ती होने आने वाले युवाओं के सामने शर्त रख दी है कि वह पहले हथियार लेकर आएं, तभी भर्ती होंगे।

यह खुलासा हिजबुल मुजाहिदीन के दो गिरफ्तार आतंकियों ने पूछताछ में किया है। सुरक्षा एजेंसियां इसे देश के लिए राहत वाली बात बता रही हैं। दूसरी ओर, गिरफ्तार आतंकी किफायतुल्ला बुखारी जल्द ही आतंकी ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान जाने वाला था।

हिजबुल मुजाहिदीन

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आतंकी संगठनों के पास देश के बाहर से हथियार नहीं आ रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय बिरादरी में बदनामी से बचने के लिए पाकिस्तान ने हथियारों की सप्लाई कम कर दी है।

ऐसे में आतंकी संगठनों के पास हथियारों की भारी कमी हो गई है। किफायतुल्ला बुखारी ने पूछताछ में बताया कि उससे कहा गया था कि वह हथियार लेकर आए, तभी उसे हिजबुल मुजाहिदीन में भर्ती करेंगे।

इसलिए आतंकी बनने के लिए युवा जम्मू-कश्मीर व दिल्ली-एनसीआर से हथियार जुटा रहे हैं। उन्हें जम्मू-कश्मीर से हथियार नहीं मिलते तो दिल्ली-एनसीआर आते हैं।

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल जम्मू-कश्मीर आईएस के कई ऐसे आतंकियों को गिरफ्तार कर चुकी है, जो दिल्ली-एनसीआर में हथियार लेने आए थे। यूपी के मुरादाबाद से हथियार लेकर जा रहे दो आतंकी जामा मजिस्द, दिल्ली के बस स्टैंड से सितंबर में गिरफ्तार किए गए थे।

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स्पेशल सेल के इस अधिकारी के मुताबिक, हिजबुल के एरिया कमांडर कमांडर नवीद मुश्ताक ने किफायतुल्ला को आतंकी ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान भेजने का वायदा किया था। किफायतुल्ला ने पाकिस्तान जाने के लिए पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदन कर दिया था।

वह पासपोर्ट बनते ही पाकिस्तान चला जाता और पांच-छह महीने की आतंकी ट्रेनिंग लेकर आता। आरोपियों की साजिश थी कि किफायतुल्ला के बाद पकड़े गए नाबालिग आतंकी को भी ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान भेजा जाता।

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