आखिर क्यों भीम जलाना चाहते थे युधिष्ठिर के दोनों हाथ, ऐसा सच जिसे नहीं जानते होंगे आप…

कहते हैं कि जब युधिष्ठिर जुए में द्रौपदी को हार जाते हैं तो द्रौपदी को भरी सभा में बुला कर उसका अपमान किया जाता है।

यह देखकर भीम को बहुत गुस्सा आता है। भीम युधिष्ठिर से कहते हैं कि आपने जुए में जो धन हारा है, उससे मुझे क्रोध नहीं हैं, लेकिन द्रौपदी को भी आपने दांव पर लगाया और उसे भी जुए में हार गए, यह बहुत ही गलत है।

आखिर क्यों भीम जलाना चाहते थे युधिष्ठिर के दोनों हाथ

भीम युधिष्ठिर से कहते हैं कि द्रौपदी अपमान करने के योग्य नहीं है, लेकिन आपके कारण ये दुष्ट कौरव उसे अपमानित कर रहे हैं और वह भी भरी सभा में।

वो कहते हैं कि द्रौपदी की इस दशा का कारण आप हैं, इसलिए मैं आपके उन दोनों हाथों को जला दूंगा, जिनसे आपने द्रौपदी को जुए में हारा है।

भीम युधिष्ठिर के दोनों हाथों को जलाने के लिए सहदेव से अग्नि लाने को कहते हैं। हालांकि बाद में अर्जुन उन्हें समझाते हैं और कहते हैं कि युधिष्ठिर ने क्षत्रिय धर्म के अनुसार ही जुआ खेला है। इसमें इनका कोई दोष नहीं हैं।

आखिर क्यों पानी में नहीं डूबती हाजी अली की दरगाह, उठ गया इस राज से पर्दा…

अर्जुन की बात सुनकर भीम का गुस्सा शांत हो जाता है और वो कहते हैं कि यह बात मैं भी जानता हूं।

अगर नहीं जानता तो मैं कबका बलपूर्वक युधिष्ठिर के दोनों हाथों को जला देता।

LIVE TV