आखिर क्यों कहा जाने लगा था, सदी के नायक अमिताभ बच्चन को ‘बोफोर्स दलाल’

बॉलिवुड के शहनशाह अमिताभ बच्चन को कौन नहीं जनता। अमिताभ बच्चन ने अपने शानदार अभिनय के बदौलत बॉलीवुड में अपनी कभी न मीटने वाली पहचान बनाई है।  सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने फिल्मों के साथ राजनीति में भी अपनी पारी खेली। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और अमिताभ बच्चन दोनों ही बड़े अच्छे मित्र थे। इनकी दोस्ती के किस्से देशभर में मशहूर थे।

अमिताभ बच्चन ने कांग्रेस पार्टी के टिकट पर साल 1984 के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। इस जीत ने अमिताभ को राजनीति में भी सुपर स्टार बना दिया था। वहीं साल 1987 में बोफोर्स घोटाले की चर्चा पूरे देश में होने लगी। राजीव गांधी के साथ अमिताभ बच्चन का भी नाम इस घोटले में लिया जाने लगा। इस बात से परेशान होकर अमिताभ ने राजनीति से इस्तीफा दे दिया। 

 एक इंटरव्यू में बिग बी ने कहा था कि राजनीति में आना उनकी सबसे बड़ी भूल थी, उनके परिवार को कई सालों तक सवालों के कटघरे में खड़ा किया गया।  हमें कई सालों तक परेशान किया गया, गद्दार साबित किया गया, और जब यह सब असहनीय हो गया तो हम जल्दी न्याय पाने के लिए यूनाइटेड किंगडम (यूके) की अदालत में गए, हमने यूके के एक अखबार के खिलाफ केस किया और हम वो केस जीते भी।

LIVE TV