आईएफएसईसी इंडिया सम्मेलन में रहेगा का सुरक्षित शहरों पर जोर
नई दिल्ली| सुरक्षा एवं अग्नि सुरक्षा कार्यक्रमों के तहत यूबीएम इंडिया इंटरनेशनल फायर एंड सिक्योरिटी एक्जहीबिशन एंड कॉन्फ्रेंस इंडिया अर्थात आईएफएसईसी इंडिया के दसवें संस्करण का आयोजन करने जा रहा है। एपीएसए और ईएसएआई द्वारा समर्थित यह प्रदर्शनी नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 8 से 10 दिसंबर चलेगी, जिसमें ओद्यौगिक सुरक्षा के बारे में जानकारी दी जाएगी।
यहां जारी एक बयान के अनुसार, स्मार्ट प्रोद्यौगिकी एवं स्मार्ट शहरों के इस युग में, स्मार्ट सिक्युरिटी यानी सुरक्षा पहली प्राथमिकता बन चुकी है। आधुनिक सुरक्षा की बढ़ती मांग, बढ़ती सार्वजनिक निगरानी, विकसित होती आईटी सरंचनाएं, बढ़ते आईटी व्यय एवं बढ़ती आपराधिक गतिविधियों के साथ भारत में आईपी वीडियो सर्विलांस सिस्टम की जरूरत भी बढ़ गई है।
अंतर्राष्ट्रीय अग्नि एवं सुरक्षा सम्मेलन में 20 से अधिक देशों से सुरक्षा एवं अग्नि सुरक्षा क्षेत्रों से 300 से ज्यादा कंपनियों ने हिस्सा लेने की पुष्टि की है। इनमें आदित्य इंफोटेक, अद्विक, दहुआ, ईआरडी टेक्नॉलॉजीज, ईएसएसएल, हाई-फोकस, हिकविजन, हानवा टेकविन (पहले सैमसंग टेकविन के नाम से जाना जाता था), सिक्योरआई, फॉर्चून मार्केटिंग, टेक स्मार्ट, टेंडा, हमसा, यूनीव्यू, जैडकेटेको, एसीएसवायएस, एक्सेसटैज्क, ब्लू एल, फेस आईडी, हनीवेल, लिलिन, मंत्रा, पैनासोनिक, रोड पॉइंट, स्पर्श, स्टारेक्स, यूनीकैम सिस्टम्स, यूनीक इलेक्ट्रोविजन एवं जेबरोनिक्स प्रमुख हैं।
यूबीएम इंडिया के प्रबंध निदेशक योगेश मुद्रास ने कहा, “एसोचैम (एसोसिएटेड चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्री ऑफ इण्डिया) के अनुसार भारत ब्रिटेन, जर्मनी और फ्रांस के साथ 2020 तक ग्लोबल होमलैण्ड सिक्योरिटी बाजार के सबसे बड़े खिलाड़ी के रूप में उभरेगा।”