अलवर गैंग रेप में आरोपियों ने कहा, दलित हमारा क्या बिगाड़ सकते हैं…

”पहले एक बाइक हमारे पीछे आई. थोड़ी देर बाद दूसरी बाइक भी आ गई. हमें तब उनके इरादों की भनक नहीं लगी थी. फिर उन्होंने हमें ओवरटेक किया और हमारा रास्ता रोककर खड़े हो गए. पहले उन्होंने हमारा नाम पूछा. फिर हमारे पिता का नाम पूछा. फिर हमारी जाति पूछी. हमने कहा, हम दलित हैं. उन्होंने कहा, दलित हमारा क्या बिगाड़ सकते हैं?

 

अलवर

ये अलवर में 26 अप्रैल को हुई वारदात का ज़िक्र है। जिसमें एक 19 साल की लड़की के साथ गैंगरेप किया गया। जहां  उसके 22 साल के पति के सामने. लड़की की ससुराल में एक रिश्ते के देवर की शादी थी। लेकिन इसी में पहनने के कपड़े खरीदने वो अपने पति के साथ बाज़ार जा रही थी। जहां दोपहर तीन बजे दोनों बाइक से मार्केट जाने निकले। लेकिन रास्ते में छह लोगों ने उन्हें रोक लिया हैं । वो दो बाइक्स पर सवार थे। लड़की बताती है-

”उन्होंने पूछा कि क्या हम शादीशुदा हैं? हमने बताया कि हम पति-पत्नी हैं. फिर उन्होंने हमें दबोचा और घसीटकर टीले के पीछे ले गए. हम बार-बार कहते रहे कि हम शादीशुदा हैं. हमने अपने गांव का नाम बताया. उनके आगे गिड़गिड़ाते रहे कि वो फोन करके हमारे रिश्तेदारों से बात कर लें. मगर वो नहीं रुके. बलात्कार के दौरान मैं होश में तो थी, लेकिन ऐसी हालत नहीं थी मेरी कि खड़ी हो सकूं या उनसे लड़ सकूं. उन पांचों ने बारी-बारी से मेरा बलात्कार किया. वहां एक छठा आदमी भी था, तो इस सबका वीडियो बना रहा था. जब उन्होंने बलात्कार कर लिया, तो फिर उन्होंने मेरे पति को मेरे साथ सम्बन्ध बनाने को कहा. इसका भी वीडियो बनाया.”

शाम के तकरीबन पांच बजे उन्होंने हमें छोड़ा. लड़की के पति के पास दो हज़ार रुपये थे।  जहां आरोपियों ने वो छीना और धमकाते हुए कहा कि अगर किसी को भी इस वारदात के बारे में बताया या पुलिस में गए, तो उनका वीडियो इंटरनेट पर डाल देंगे।  इसके बाद लड़की अपनी ससुराल नहीं गई। सीधे अपने मायके जाकर मां को सब बताया हैं। लड़की की जुबानी-

”मां ने मेरे पति और मुझसे बात की. कहा कि हम ये बात खुद तक रखें. किसी को न बताएं. क्योंकि उन गुंडों के पास हमारा वीडियो था. इसके बाद मैं पति के साथ ससुराल लौट आई. मैंने अपने कपड़े धुले और खुद को साफ़ किया”

इस बात को दो दिन बीत गए. 28 अप्रैल को आरोपियों ने लड़की और उसके पति को फोन करना शुरू किया हैं। वो ब्लैकमेल कर रहे थे। कह रहे थे कि अगर 10 हज़ार रुपये नहीं दिए, तो वीडियो डाल देंगे। इसके बाद जाकर लड़की ने इस वारदात के बारे में अपने जेठ से बात की हैं। जहां उसके जेठ ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया-

”मैंने तुरंत ही उस आदमी को अपने मोबाइल से फोन किया. मैंने उससे कहा कि अगर उन्हें किसी किस्म की बात करनी है, तो मुझसे करें. मेरे भाई को फोन न करें. मेरा भाई वैसे भी अपनी क्लासेज़ के लिए जयपुर में था. शुरुआत में मैंने सोचा कि उन लोगों को पैसा देकर वो वीडियो डिलिट करवा लूं. मगर जब मैंने अपने ऑफिस के सहयोगी को ये बात बताई, तो उसने कहा मैं पुलिस के पास जाऊं. उसने कहा कि वो बार-बार पैसे मांगते रहेंगे, तो इतने पैसे मैं कहां से दूंगा. तब जाकर मुझे लगा कि वो सही कह रहा है”

दरअसल 29 अप्रैल को पुलिस में शिकायत करने से पहले ये बात लड़की के सास-ससुर को बताई गई। वहीं 30 अप्रैल को पुलिस में शिकायत की गई। लड़की के रिश्तेदारों का कहना है कि बार-बार पुलिस के पास जाने के बाद भी दो दिनों तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। लड़की के जेठ का कहना है-

 

”2 मई को पुलिस ने FIR दर्ज़ की. हमने वारदात वाले इलाके के लोगों से बात करके आरोपियों की पहचान भी की. हमने पुलिस को उनके बारे में बताया बी, मगर उन्हें अरेस्ट नहीं किया गया. 4 मई को मेरे मोबाइल पर वो वीडियो आया. शुरू में तो मुझे यकीन ही नहीं हुआ कि उन लोगों ने वीडियो जारी कर दिया है. मगर जब मैंने उसपर क्लिक किया, तो समझ आया कि सच में ऐसा हुआ है. ये वही वीडियो था, जो उन्होंने घटना वाले दिन बनाया था. मैं वो वीडियो लेकर पुलिस के पास गया, मगर पहली गिरफ़्तारी 7 मई को हुई. अगर FIR दर्ज़ करवाए जाने के बाद पुलिस कुछ करती, तो वो वीडियो जारी ही नहीं हुआ होता”

इस केस में पुलिस के ऊपर जानबूझकर केस को दबाने का इल्ज़ाम है. कि उसने चुनाव को देखते हुए ऐसा किया. वो तो जब वीडियो वायरल हुआ और ये मामला खुला, तब जाकर पुलिस ने हाथ-पैर हिलाए हैं।

देखा जाये तो नरेंद्र मोदी ने अपनी एक चुनावी रैली में इसका ज़िक्र कर दिया. फिर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राहुल गांधी और सचिन पायलट सर्वाइवर से मिलने पहुंचे।

लेकिन प्रशासन ने अलवर के SP और संबंधित थाने के प्रभारी को हटा दिया हैं। छह के छह आरोपी अरेस्ट हो गए हैं. पांच रेप के इल्ज़ाम में. एक इस अपराध का वीडियो सर्कुलेट करने के आरोप में. गिरफ़्तारी भले हो गई हो, मगर वो वीडियो फैल चुका है ये बात नहीं बदली जा सकती। जहां एक जोड़े ने पहले अपने साथ हुआ अपराध झेला। अब वो इस अपराध का वीडियो दुनिया-जहान के पास पहुंच जाने की दहशत झेल रहे होंगे। लड़की की तकलीफ़ का अंदाजा इस बात से लगाइए-

”एक टाइम तो ऐसा था कि बिस्तर से निकलना भी मुश्किल था मेरे लिए. मेरे दिमाग में हर समय बस यही चलता रहता था कि मेरे साथ क्या कुछ हो गया. वो बार-बार घूमता मेरे जेहन में. मगर फिर मैंने खुद पर जोर दिया. खुद को वापस सामान्य करने की कोशिश की हैं इतने पर भी जब मैं रात को सोने के लिए बिस्तर पर लेटती हूं, तो वो वारदात दिमाग में लौट आती है. सोना मुश्किल हो जाता है”

इस मामले में  सरकार ने सर्वाइवर को राजस्थान पुलिस में कॉन्स्टेबल की नौकरी देने का ऑफर दिया है। कागज़ी कार्रवाई पूरी कर ली गई है। जहां  10-15 दिनों में जॉइनिंग के कागज़ आने की उम्मीद है. लड़की का परिवार इस प्रस्ताव से खुश है।

 

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