अब दुश्मनों की खैर नहीं, चीन-पाकिस्तान से निपटने के लिए सेना को मिलेगी 73 हजार…

नई दिल्ली। भारतीय सेना को जल्द ही करीब 73 हजार अमेरिकी एसॉल्ट राइफल्स मिलने जा रही हैं। रक्षा मंत्रालय ने इस बाबत अमेरिका की ‘सिग-सौर’ कंपनी से करार किया है।

भारत ने ये एसआईजी-716 ब्रांड की एसॉल्ट राइफल्स फास्ट-ट्रैक मोड से खरीदी हैं। माना जा रहा है कि ये राइफल्स अगले एक साल में भारतीय सेना को मुहैया करा दी जाएंगी।

वहीं आधिकारिक सूत्रों की मुताबिक रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने एसआईजी सॉयर राइफलों की खरीद को मंजूरी दे दी। गौर करने वाली बात यह है कि इस राइफल का इस्तेमाल चीन के साथ लगती करीब 3,600 किलोमीटर लंबी सीमा पर तैनात जवान करेंगे।

रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी सेना के साथ-साथ कई यूरोपीय देश की आर्मी भी इन राइफलों का इस्तेमाल कर रही हैं। इन राइफलों को फास्ट ट्रैक प्रोक्योरमैंट प्रक्रिया के तहत खरीदा जा रहा है।

इस डील को फाइनल करने में शामिल रहे एक अधिकारी ने कहा, ‘‘अनुबंध एक सप्ताह में तय होने की उम्मीद है। अमेरिकी कंपनी को सौदा तय होने की तारीख से एक साल के भीतर राइफलों को भेजना होगा।’’

बता दें कि भारतीय सेना अबतक इंसास राइफलों का इस्तेमाल करती है, लेकिन इस खरीद के बाद असॉल्ट राइफलों का प्रयोग दुश्मनों के खिलाफ जंग में किया जाएगा।

आपको बता दें, इंडियन आर्मी दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी थल सेना है। भारत की सेना पाकिस्तान और चीन से लगते बॉर्डर पर तैनात है। पाकिस्तान की सीमा पर भारतीय सेनाओं की पाकिस्तानी सैनिकों से अक्सर झड़प होती रहती है।

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इन खतरों के मद्देनजर सेना लंबे समय से युद्ध के आधुनिक हथियार की डिमांड करती रही है। हालांकि भारत में हथियार खरीद एक लंबी प्रक्रिया है। इसमें अक्सर घोटाले और दलाली के आरोप लगते रहते हैं। लेकिन रक्षा मंत्रालय और केन्द्र सरकार ने सेना की जरूरतों पर विचार करते हुए फास्ट ट्रैक प्रोक्योरमेंट का रास्ता अपना रही है।

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