अनाज के लिए नियम तोड़ा ,पुलिस ने की पिटाई,श्रमिक ने की आत्महत्या

कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने देश में 21 दिन का लॉकडाउन लागू किया है. लॉकडाउन के दौरान दिल्ली, मुंबई, गुरुग्राम जैसे कई शहरों में मेहनत-मजदूरी कर अपना पेट पालने वाले उत्तर प्रदेश और बिहार के मजदूर बड़ी संख्या में अपने गांव-घर लौट गए।श्रमिक ने आत्महत्या

यूपीउत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में गुरुग्राम से लौटे एक श्रमिक ने आत्महत्या कर ली.उसे गांव के स्कूल में क्वारनटीन किया गया था. पिछले दिनों क्वारनटीन नियमों का उल्लंघन कर स्कूल से बाहर निकलने पर पुलिस ने उसकी पिटाई कर दी थी. घटना जिले के फारिया पिपरिया गांव की है. युवक रोशन लाल 22 साल का था. वह लॉकडाउन के बीच 28 मार्च को गुरुग्राम से अपने गांव लौटा था. में अपने गांव लौटे लोगों को क्वारनटीन सेंटरों में, गांव स्थित स्कूल-कॉलेजों में रोका गया है।

अब उसके तीन ऑडियो क्लिप वायरल हो रहे हैं. ऑडियो क्लिप में रोशन लाल ने एक पुलिसकर्मी पर क्वारनटीन के दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने पर निर्मम पिटाई का आरोप लगाया है. रोशन को कहते सुना जा सकता है कि जिन्हें उसपर भरोसा नहीं, वे उसका पैंट देख सकते हैं. जो खून से लाल है, क्योंकि एक पुलिसकर्मी ने बेरहमी ने पीटा है. दायां हाथ काम नहीं कर रहा. चौकी प्रभारी ने भी मदद नहीं की. रोशन ने ऑडियो क्लिप में आत्महत्या की बात कही है।

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रोशन की भाभी संगीता ने   कहा कि घर पर खाने के लिए कुछ भी नहीं था. इसी वजह से रोशन स्कूल से निकले और अनाज लेने एक दुकान पर गए थे. उन्होंने आरोप लगाया कि रोशन गेहूं खरीद रहे थे कि एक पुलिसकर्मी ने दुकान के सामने मैदान में गिरा-गिराकर उसे मारा. रोशन की भाभी ने आरोप लगाया कि पिटाई के बाद वह काफी परेशान था.

ग्राम प्रधान ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण-वहीं, ग्राम प्रधान मुख्तियार सिंह ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. मुख्तियार ने कहा कि युवक को डंडों से पीटा गया, क्योंकि वह अपने परिवार के लिए भोजन का इंतजाम करने बाहर निकल गया. मामले को तूल पकड़ते देख जिलाधिकारी शैलेंद्र प्रताप सिंह ने भी बयान जारी किया है।

डीएम ने कहा- करा रहे जांच-जिलाधिकारी ने कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से भी बाहरी चोट की बात सामने आई है. उन्होंने कहा कि यह साफ है कि युवक ने आत्महत्या की है, लेकिन पुलिसकर्मी पर जो आरोप लगाए गए हैं, उसका कोई साक्ष्य नहीं मिला है. जिलाधिकारी ने आरोपी पुलिसकर्मी को लाइन हाजिर कर दिए जाने की जानकारी दी और कहा कि एक डीएसपी स्तर के अधिकारी को निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए गए हैं. रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.

 

 

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