अगर आप भी चाहते हैं 100 साल जीना, तो करना होगा ये काम…
ये हैं- जापान का ओकिनावा, कोस्टा रिका का निकोया, ग्रीस का इकारिया, कैलिफोर्निया का लोमा लिंडा और इटली का सर्डिनिया.
यहां के बाशिंदों में कुछ बातें एक जैसी देखी गईं- सामाजिक सुरक्षा तंत्र, रोजाना कसरत की आदत और शाकाहार.
उनमें एक और बात समान देखी गई. इन सभी समुदायों के लोग बुढ़ापे तक बागवानी करते हैं- 80 साल, 90 साल या उससे बूढ़े हो जाने भी.
क्या पौधों की देखभाल करके आप भी 100 साल का जीवन पा सकते हैं?
यह मानी हुई बात है कि कुछ शारीरिक श्रम के साथ बाहर घूमने-फिरने का रिश्ता लंबी उम्र से है. बागवानी दोनों को पूरा करने का एक आसान तरीका है.
ब्यूटनर कहते हैं, “अगर आप बागवानी करते हैं तो आप दिन भर कुछ हल्का शारीरिक श्रम करते हैं और आप नियमित रूप से काम करते हैं.”
ब्यूटनर के मुताबिक इस बात के सबूत हैं कि बागवानी करने वाले लोग लंबी ज़िंदगी गुजारते हैं और कम तनाव में रहते हैं.
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बगीचे में रहने और हॉर्टिकल्चर थेरेपी से डिमेन्शिया और अल्जाइमर जैसी संज्ञानात्मक बीमारियों से ग्रसित बुजुर्गों को फ़ायदा होता है.
सूरज की रोशनी और ताज़ी हवा बुजुर्गों को शांत रहने में मदद करती है. पौधों और सब्जियों के रंग और उनकी बनावट देखने और छूकर समझने की क्षमता में सुधार करती है.